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Care Plan for Menopause : महिलाओं को अपने शरीर में कई तरह के बदलावों से गुजरना पड़ता है। इन बदलावों में मेनोपॉज शामिल है। लगभग 40 से 45 साल की उम्र के बाद महिलाएं इस दौर से गुजरती हैं। अगर आपको लगातार 10 से 12 महीनों तक पीरियड्स न हो, तो यह स्थिति मेनोपॉज कहलाती है। यह एक बीमारी नहीं है, बल्कि एक नैचुरल स्थिति है। इस दौर में महिलाओं को कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है, जिसमें ( menopause symptoms ) हड्डियों को कमजोर होना, पेट में दर्द, काफी ज्यादा थकान, मूड स्विंग, नींद पूरी न होना, चिड़चिड़ापन, गर्मी लगना इत्यादि शामिल है। मेनोपॉज में होने वाली परेशानियों से बचने के लिए महिलाओं को अपनी एक्स्ट्रा देखभाल की जरूरत होती है। आइए जानते हैं मेनोपॉज में कैसे करें खुद की केयर?
मेनोपॉज की परेशानी को दूर करने के लिए आपको किसी इलाज की नहीं, बल्कि अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है। आइए जानते हैं कैसे रखें खुद का ध्यान?
मेनोपॉज से जूझ रही महिलाओं को अपने आहार में संतुलित चीजों को शामिल करने की जरूरत होती है। मुख्य रूप से अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुन अनाज, ताजे फल जैसी चीजों को शामिल करें। वहीं, कोशिश करें कि कम से कम नमकीन युक्त पदार्थों का सेवन करें। वहीं, फाइबरयुक्त पदार्थों को आहार में शामिल करें। इससे आप मेनोपॉज में होने वाली परेशानियों से बच सकेंगे।
अगर आप मेनोपॉज के दौर से गुजर रही हैं, तो आपके लिए कैल्शियम युक्त आहार बहुत ही जरूरी है। इस तरह के आहार से पैरों की हड्डियों की मजबूती को बढ़ावा मिल सकता है। अगर आप कैल्शियम युक्त आहार लेना चाहती हैं, तो इसके लिए आप दूध, दही, मछली, चीज जैसी चीजों का सेवन करें। वहीं, कैल्शियम से भरपूर सप्लीमेंट्स लें। इससे कमजोर हड्डियों की समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
मेनोपॉज के बाद शरीर में होने वाली परेशानियों को कंट्रोल में रखने के लिए आपको नियमित रूप से एक्सरसाइज की जरूरत होती है। एक्सरसाइज न सिर्फ आपके शरीर को मजबूत बनाता है, बल्कि इससे स्किन पर भी ग्लो पाने में मदद मिल सकती है। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है, जो आपको फ्रेश और तरोताजा महसूस कराता है।
नियमित रूप से योगासन का अभ्यास करने से शरीर को कई तरीकों से स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। योगासन से शरीर को एनर्जी मिलती है। साथ ही यह ब्रेन को फ्रेश महसूस करता है। शरीर के बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए आप योगासन कर सकते हैं। इसके लिए आप अनुलोम विलोम, कपालभाति, भ्रामरी जैसे प्राणायाम का अभ्यास कर सकते हैं, जो आपके समग्र शरीर के लिए प्रभावी है।
मेनोपॉज के बाद शरीर को होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए आप नियमित रूप से इन असरदार योग का अभ्यास कर सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आपकी परेशानी काफी ज्यादा बढ़ रही है तो इस स्थिति में डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।