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मूल स्रोत: IANS Hindi
आजकल प्रतियोगिता भरी जिंदगी में तनाव के कारण लोगों को भूलने की बीमारी कुछ ज्यादा ही होने लगी है। और समय के साथ उम्र बढ़ने लगता है और यही अवस्था अल्ज़ाइमर के बीमारी का रूप धारण करने लगता है। लेकिन हाल के एक अनुसंधान ने नैचुरल तरीके से अल्जाइमर के खतरे को कम करने का रास्ता निकाला है।
रंग और रूप में सुंदर और खाने में स्वादिष्ट ब्लूबेरीजस्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक हैं, यह हृदय और कैंसर रोग के जोखिम को कम करती हैं, लेकिन एक नवीन अध्ययन से पता चला है कि ब्लूबेरीज अल्जाइमर के हानिकारक प्रभावों को रोकने में भी असरदार है। शोध के अनुसार, ब्लूबेरीज में स्वास्थ्यवर्धक एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है। यह अल्जाइमर की चिकित्सा में प्रभावशाली हैं।
इस शोध के लिए वैज्ञानिकों ने प्रतिभागियों के दो समूहों का आकलन किया था। पहले समूह में 68 साल से अधिक उम्र के 47 वयस्क शामिल थे, जो अल्जाइमर रोग के मामूली लक्षणों से पीड़ित थे। इस दौरान शोधार्थियों ने इन प्रतिभागियों को दो भागों में बांटकर इन्हें ब्लूबेरी पाउडर और प्लेसबो पाउडर का सेवन करवाया।
शोधार्थियों ने पाया कि ब्लूबेरी का सेवन करने वाले प्रतिभागियों का संज्ञानात्मक प्रदर्शन प्लेसबो का सेवन करने वाले प्रतिभागियों से बेहतर रहा। वहीं दूसरे समूह 62 से 80 साल के 92 प्रतिभागी शामिल थे। इस समूह को चार भागों में बांटकर ब्लूबेरी पाउडर, मछली, मछली का तेल और प्लेसबो का पाउडर दिया गया। यह दोनों अध्ययन बताते हैं कि ब्लूबेरीज संज्ञानात्मक क्षति वाले रोगियों में अधिक प्रभावशाली होती हैं। यह मामूली स्मृति हानि और संज्ञानात्मक समस्याओं वाले रोगियों में खास असरदार नहीं हैं।
चित्र स्रोत: Shutterstock