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योग करने से होता है दमे का असर कम

योग करने से होता है दमे का असर कम
The word asthma is derived from a Greek word which means breathlessness or panting. It is a chronic disease of the airways and makes breathing difficult. There is inflammation of the air passages that result in a temporary narrowing of the airways leading to wheezing, shortness of breath, chest tightness and coughing. Usually caused due to allergens, this condition is rampant during the winters. What you can do: The most important thing is to first visit your doctor for a prescription of asthma medication (bronchodialators). Make sure you have your inhaler with you at all times. Other things you can do is to avoid places and things that trigger your athma and covering your nose and mouth while stepping out. Finally as an asthmatic it is possible that you become breathless at certain times, so make sure you always have an emergency contact on hand.

Yoga करने से asthma के कष्ट से कैसे मिलता है राहत, जानें!

Written by Agencies |Updated : January 5, 2017 8:37 AM IST

मूल स्रोत: IANS Hindi

आजकल के तनाव और प्रदूषण भरी लाइफस्टाइल के कारण अस्थमा या दमा का प्रॉबल्म दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।  अगर नियमित रूप से योगाभ्यास करते हैं तो इसके कष्ट से आपको कुछ हद तक ज़रूर आराम मिल सकता है।

अगर आप दमे से पीड़ित हैं तो योग करने से आपको इस बीमारी से राहत मिल सकती है। एक नए अध्ययन से यह जानकारी सामने आई है। दुनियाभर में करीब 30 करोड़ लोग दमे की बीमारी से पीड़ित हैं। इसके कारण ज्यादातर लोगों को कफ, सीने में अकड़न, खांसी और सांस लेने में तकलीफ होती है।

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प्रमुख शोधार्थी हांगकांग के चायनीज विश्वविद्यालय के जूयागो आंग का कहना है, 'हमारे शोध से पता चला है कि योग करने से दमे से राहत मिलती है।' यह शोध कोचरेन डेटावेस ऑफ सिस्टेमिक रिव्यू जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इस शोध में 1,048 पुरुषों व महिलाओं का अध्ययन किया गया। इनमें से ज्यादातर ट्रायल भारत, यूरोप और अमेरिका में किए गए।

ज्यादातर प्रतिभागियों को दमे की बीमारी पिछले 6 महीनों से लेकर 23 सालों से थी और कई मरीज गंभीर रूप से इस बीमारी के शिकार थे। इन पर कुल 15 अलग-अलग अध्ययन किए गए, जिनमें से 6 में योग का सांस पर असर देखा गया, जबकि 9 में योग का सांस लेने, आसन और ध्यान के असर पर अध्ययन किया गया। ज्यादातर प्रतिभागियों को शोध के दौरान अपनी दमे की दवाई जारी रखने को कहा गया। यह अध्ययन 2 हफ्तों से लेकर चार सालों तक चला।

शोधकर्ताओं ने कुल 5 अध्ययनों में यह पाया कि योग करने से दमा का असर कम होता है और लोगों के जीवन बेहतर होता है। यांग आगे बताते हैं, 'हालांकि यह साफ नहीं है कि योग करने से क्या फेफड़ों की कार्यप्रणाली में कोई सुधार है या दवाईयों की जरुरत कम होती है। या फिर क्या योग का दमे के मरीजों पर कोई दुष्प्रभाव तो नहीं होता।'

चित्र स्रोत: Shutterstock