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इन कारणों से हो सकता है कोलन इंफेक्शन, बचाव के लिए डायट में शामिल करें ये फूड्स

इन कारणों से हो सकता है कोलन इंफेक्शन, बचाव के लिए डायट में शामिल करें ये फूड्स
इन कारणों से हो सकता है कोलन इंफेक्शन, बचाव के लिए डायट में शामिल करें ये फूड्स

कोलन इंफेक्शन कई कारणों से हो सकता है। इन कारणों में साफ सफाई का ख्याल न रखना, दूषित पानी के इस्तेमाल, कई बार खराब खाने की वजह शामिल हैं। ऐसा कहा जा सकता है कि कोलाइटिस वायरस, पैरासाइट्स, बैक्टीरिया, दूषित पानी, खराब खाद्य पदार्थ और स्वच्छता का ख्याल ना रखने की वजह से होता है

Written by Kishori Mishra |Updated : May 27, 2020 2:35 PM IST

Foods for Colon Infection :  कोलन इंफेक्शन (Colon Infection), मलाशय में संक्रमण होने की समस्या है। अगर हम साधारण शब्दों में कहें, तो कोलन इंफेक्शन ऐसे भोजन के सेवन करने से होता है, जिसको पचाने में पाचन तंत्र को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इस दौरान जो भोजन पच नहीं पाता हें, वो हमारे शरीर के कोलन में जमा होने लगते हैं। इस प्रक्रिया में जो रासायनिक तत्व हमारे पाचनतंत्र में बनते हैं, वो भी कोलन में अलग-अलग फॉर्म में इकट्ठा होते जाते हैं, जिससे कोलन (मलाशय) को नुकसान पहुंचता है। चलिए आज जानते हैं कोलन इंफेक्शन के लक्षण, कारण और इससे बचने में मददगार कुछ फूड्स के बारे में (Foods for Colon Infection )-

कोलन इंफेक्शन के कारण (Causes of Colon Infection)

यह इंफेक्शन कई कारणों से हो सकता है। इन कारणों में साफ सफाई का ख्याल न रखना, दूषित पानी के इस्तेमाल, और खराब हो चुका खाना खाने जैसी वजहें शामिल हैं। ऐसा कहा जा सकता है कि कोलाइटिस वायरस, पैरासाइट्स, बैक्टीरिया, दूषित पानी, ख़राब खाद्य पदार्थ और स्वच्छता की कमी की वजह से होता है।

शुरुआती लक्षण (Symptoms of Colon Infection)

  • इस बीमारी के शुरूआती लक्षणों में पेट दर्द, कब्ज,  गैस, ऊर्जा की कमी, थकान और मल त्यागने में दिक्कत आदि शामिल हैं।
  • मरीज को दस्त के साथ खून भी आने लगता है।
  • इसके अलावा रोगी का वजन काफी तेजी से गिरने लगता है।
  • कोलन इंफेक्शन की वजह से बड़ी आंत की सतह पर मौजूद कोशिकाएं डेड होने लगती हैं, धीरे-धीरे अल्सर का रूप ले लेती हैं।

कोलन इंफेक्शन से बचना है तो डायट में शामिल करें ये फूड्स (Foods for Colon Infection )

पपीता

पेट की किसी भी समस्या के लिए पपीता अद्भुत फल माना जाता है। जो लोग कब्ज, एसिडिटी, भोजन पचने की समस्या से पीड़ित होते हैं उन्हें डॉक्टर्स पपीता खाने की सलाद देते हैं। पपीते में खास तरह का स्नेहक और एंजाइम होता है, जो आंतों को साफ रखने में हमारी मदद करता है।

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अलसी का बीज

अलसी का बीज पोषक तत्वों और फाइबर से भरपूर होता है। अगर आप अपने आंतों को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो फ्लैक्स सीड्स का सेवन ज़रूर करें। इसके सेवन से पाचन प्रक्रिया सुचारू रूप से चलती है। यह आपके आंत से विषाक्त तत्वों का बाहर निकालता है। इसके अलावा कई संक्रमण को फैलने से भी रोकता है।

सेब

बचपन से लेकर अबतक आपने कहीं ना कहीं जरूर पढ़ा होगा कि रोजाना एक सेब खाने से आप डॉक्टर से दूर रह सकते हैं। ये बात बिल्कुल सही है। अगर आप स्वस्थ शरीर चाहते हैं, तो सेब का सेवन जरूर करें। सेब में उच्च फाइबर सामग्री पाया जाता है, जो कैंसर रोधी गुणों से भरपूर होता है। इसके अलावा ये बृहदान्त्र संक्रमण (Colon infection) से भी आपको बचाता है।

आम

आम उच्च फाइबरयुक्त होता है। यह आपके शरीर को आवश्यक इष्टतम फाइबर प्रदान करने में आपकी मदद करता है। आम में उच्च फाइबर होने की वजह से पाचन प्रक्रिया बेहतर होती है। यह बृहदान्त्र (Colon infection) यानी आंत को साफ रखने में काफी सहायक होता है।

लौंग

लौंग एंटीऑक्सिडेंट गुणों से युक्त होता है। इसके अलावा इसमें बैक्टीरिया को खत्म करने और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव करने के गुण पाए जाते हैं।  अगर आप लौंग को अपने आहार में शामिल करते हैं, तो आपके कोलन से टॉक्सिन्स दूर होंगे। इसके साथ ही पेट में होने वाले अल्सर से भी लौंग आपको बचाती है।

कोलन इंफेक्शन से बचने के लिए इन बातों का भी रखें ख्याल

  • इस इंफेक्शन से दूर रहने के लिए हमें कोलन को साफ रखना चाहिए।
  • कोलन को साफ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
  • गर्मियों में अलग-अलग तरह के पेय पदार्थ जैसे दूध, छाछ,  दही, नींबू पानी इत्यादि का सेवन करें।
  • पाचनतंत्र को दुरुस्त  रखें।
  • शर्करा युक्त, अधिक तले-भुने, गोभी, चना दाल, मसालेदार भोजन और संतृप्त वसा वाली चीजों को खाने से बचें।
  • पेस्ट्री, कैंडी, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, शराब और धूम्रपान से दूर रहें।