नेशन एड्स कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (एनएसीओ) की साल 2015 की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय महिलाओं में एचआईवी का प्रसार 0.22 फीसदी है। यानि एचआईवी / एड्स से पीड़ित 2.5 मिलियन लोगों में से करीब एक मिलियन महिलाएं हैं। वर्ल्ड एड्स डे पर हम आपको एचआईवी / एड्स से पीड़ित महिलाओं के बारे में कुछ चौकानें वाले तथ्य बता रहे हैं। 1) महिलाओं को ज्यादा खतरा सेक्स के दौरान योनि गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय शामिल होते हैं। इस वजह से पुरुष से महिला को फ्लूइड के ट्रांसफर होने का ज्यादा चांस होता है। जिससे उन्हें एचआईवी / एड्स का खतरा 2-4 गुना अधिक होता है।