प्रचार, कल्चर और स्टाइल के फेर में अब किशोरों में भी शराब पीने का चलन बढ़ रहा है। हालांकि यह हर उम्र के व्यक्ति के लिए नुकसानदायक है। पर किशोरावस्था यानी टीनेज में शराब का सेवन (Alcohol hazards in teenage) लॉन्गटर्म नुकसान पहुंचाता है। इससे आपको अधेड़ उम्र में भी कई तरह की जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है।
टीनेज और उससे जुड़ी आदतों पर होने वाले विभिन्न शोधों में यह बात सामने आई है कि यह डेवलपमेंट की उम्र है। इसमें मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर में भी कई तरह के विकास हो रहे होते हैं। पर अल्कोहल यानी शराब इस तरह के विकास को बाधित करती हैं। शोध बताते हैं कि इसी उम्र में बोन हेल्थ डेवलप हो रही होती है। अल्कोहल बोन्स की डेंसिटी पर असर नकारात्मक असर डालता है।
हालांकि यह जेंडर बायस्ड शोध नहीं है। पर यह सच है कि लड़कियों को शराब के नुकसान लड़कों से ज्यादा उठाने पड़ते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक लड़कियों में 18 वर्ष से 20 वर्ष की उम्र के बीच बोन मास डेवलप होता है। इसी उम्र में कुछ नई आदतें भी विकसित होती हैं। अगर यह आदत शराब पीने की है तो यह बोन मास के डेवलपमेंट को प्रभावित करती है। यह पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता।
बोन मास ठीक से डेवलप न हो पाने के कारण उनमें बोन संबंधी समस्याएं (alcohol hazards on bone health) और बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। इसमें ज्वाइंट पेन, कमजोर हड्डियां और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां शामिल हैं। जरूरी नहीं है कि इन बीमारियों का सामना उसी उम्र में हों। यह अधेड़ उम्र में या ओल्डेज में भी प्रभावित कर सकती हैं।
बोन हेल्थ के साथ ही आपकी बैक बोन यानी रीढ़ की हड्डी का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। यह न केवल आपके पॉश्चर बल्कि शरीर के सही तरीके से काम करने के लिए अनिवार्य है। जबकि शराब पीने से बैक बोन भी कमजोर हो जाती है। इसलिए अगर आपको अपनी रीढ़ की हड्डी की चिंता है तो आज ही शराब पीना छोड़ दें। बेहतर हेल्थ से बड़ा कोई स्टाइल नहीं।
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