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Kidney stones treatment: गुर्दे की पथरी एक अत्यंत दर्द पैदा करने वाली किडनी कंडीशन है, इसमें किडनी स्टोन के अंदर पत्थर जैसा कठोर पदार्थ बना जाता है। किडनी स्टोन आमतौर पर कैल्शियम, ऑक्सलेट, यूरेट, सिस्टीन, जेन्थीन और फॉस्फेट जैसी चीजों से बनता है। किडनी स्टोन का इलाज करना बहुत जरूरी है, क्योंकि इसमें गंभीर दर्द के साथ-साथ किडनी में गंभीर इन्फेक्शन होने का खतरा भी बढ़ जाता है। किडनी स्टोन के मामले हमारे देश में तेजी से बढ़ रहे हैं और इसलिए इस समस्या से निपटने के लिए इसके प्रति पर्याप्त जानकारी का होना जरूरी है। इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने मैक्स सुपर स्पेशलिटी दिल्ली शालीमार बाग में सीनियर डायरेक्टर और यूरोलॉजी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अनिल कुमार वार्श्नेय जी से बात की। उन्होंने किडनी स्टोन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दी।
डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि गुर्दे की पथरी की बीमारी भारत में काफी कॉमन हो चुकी है और भारत में ज्यादा नॉर्थ इंडिया में इसके मामले ज्यादा हैं। उन्होंने बताया कि वैसे तो किडनी स्टोन का सबसे बड़ा कारण जेनेटिक ही है, लेकिन नॉर्थ इंडिया में इसके होने का कारण अलग है। नॉर्थ इंडिया में पहाड़ी क्षेत्र ज्यादा होने के कारण मौसम ठंडा रहता है और लोग पानी कम पीते हैं। पानी कम पीने के कारण किडनी ठीक से फ्लश नहीं हो पाती है और कारण से किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा नॉर्थ इंडिया में राजस्थान जैसे कुछ हिस्से भी हैं, जहां पानी की कमी होने के साथ-साथ गर्मी भी ज्यादा है। ऐसे क्षेत्रों में लोग पानी की कमी के कारण पानी कम पीते हैं और दूसरा गर्मी ज्यादा होने के कारण पसीने से शरीर का पानी निकल जाता है।
डॉक्टर अनिल ने बताया कि हमारी डाइट भी किडनी स्टोन के सबसे बड़े कारणों में से एक है। डाइट में कुछ प्रकार के फूड्स ऐसे होते हैं, जिनमें ज्यादा मात्रा में ऑक्सलेट पाया जाता है। आंवला, चीकू, टमाटर, प्याज, चाय, कॉफी, चॉकलेट, काजू और कोल्ड ड्रिंक्स आदि में ऑक्सलेट पाया जाता है। ऐसे में शरीर में ऑक्सलेट बढ़ जाता है और किडनी में जमा होने लगता है, जो पथरी के रूप में विकसित हो जाता है।
डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कुछ जेनेटिक यानी जन्म से होने वाली बीमारियां या हेल्थ कंडीशन भी हैं, जो किडनी स्टोन का कारण बन सकती हैं। कई प्रकार के ऐसे प्राइमरी स्टोन हैं, जो जेनेटिक कारणों से हमारे शरीर में बनने लगते हैं। हर व्यक्ति में किडनी स्टोन के अलग कारण हो सकते हैं।
डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि किडनी स्टोन की रोकथाम करने के लिए डाइट में साइट्रेट रिच फूड्स को बढ़ा दिया जाता है। साइट्रेट किडनी में क्रिस्टिलाइजेशन प्रोसेस को कम कर देती है, जिससे किडनी स्टोन का खतरा कम हो जाता है। नींबू पानी, संतरा और अनानास आदि में साइट्रेट पाया जाता है। इसके अलावा कुछ प्रकार की दवाएं भी पाई जाती हैं, जिनमें साइट्रेट होता है।
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