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Journal of Clinical Cancer Research में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार Strains of common cold virus से ब्लैडर कैंसर (Bladder Cancer) का इलाज हो सकता है. मूत्राशय कैंसर (Bladder Cancer) कोशिकाओं को सामान्य कोल्ड वायरस से ठीक किया जा सकता है. हां यह खुशखबरी हो सकती है. अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों की मानें तो सामान्य सर्दी के वायरस मूत्राशय कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर सकते हैं. वैसे तो मूत्राशय कैंसर अर्थात ब्लैडर कैंसर बहुत आम है लेकिन महिलाओं की तुलना में पुरुषों को ज्यादा शिकार बनाता है.
ब्लैडर कैंसर मूत्राशय के अंदर की कोशिकाओं में शुरु होता है. यह किसी को भी किसी उम्र हो सकता है. लेकिन ज्यादातर मामलों में पुरुषों को बुढ़ापे में होता है. ब्लैडर कैंसर महिलाओं को भी हो सकता है. पेशाब करने में दर्द की शिकायत, पेल्विक एरिया में दर्द, पीठ में लगातार दर्द रहना जैसे इसके सामान्य लक्षण होते हैं.
सामान्यतः यह किसी को भी हो सकता है लेकिन धूम्रपान, रसायनों के संपर्क में रहने वाले, ब्लैडर में सूजन, परिवार में कैंसर का इतिहास वालों को ज्यादा खतरा होता है. ज्यादातर मामलों में ब्लैडर कैंसर बुढ़ापे में ही होता है.
महिलाओं में गर्भ के समय आने वाली परेशानी के कारण भी ब्लैडर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
जिनको मूत्राशय में पथरी होती है उनको भी ब्लैडर कैंसर का खतरा होता है.
जिन महिलाओं को बार-बार गर्भपात होता है उनको भी ब्लैडर कैंसर का खतरा रहता है.
जो पुरुष प्रोस्टेट की समस्या से परेशान रहते हैं उको भी ब्लैडर कैंसर हो सकता है.
कैंसर जैसी बीमारी का इलाज बेहद दर्दनाक और बचने के बहुत कम अवसर होते हैं. इसलिए इसके लिए पहले से बचाव की तैयारी की जानी चाहिए. आइए जानते हैं ब्लैडर कैंसर या मूत्राशय कैंसर से कैसे बचा जा सकता है.
पेशाब में जलन और खून आना.
लगातार बुखार की परेशानी.
खांसी आना और खांसी में खून आना.
महिलाओं के ब्रेस्ट में गांठ भी पड़ सकती है.
महिलाओं में पीरियड्स के समय अधिक ब्लड निकला भी प्रमुख लक्षण होता है.
मूत्राशय कैंसर अर्थात ब्लैडर कैंसर ट्रीटमेंट या इलाज भी अन्य कैंसर की तरह ही किया जाता है.
कैंसर का इलाज बहुत मुश्किल और महंगा होता है.
कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी और सर्जरी से इलाज होता है.
मूत्राशय कैंसर ऐसी जगह होता है कि इसके इलाज में बहुत मुश्किल होती है.
ब्लैडर कैंसर ट्रीटमेंट आजकल इंट्रावेसीकल थेरेपी के माध्यम से भी किया जाता है.