क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक क्रॉनिक फेफड़ों की बीमारी है। इसमें सांस की नलियां सिकुड़ जाती हैं और उनमें सूजन आ जाती है। यह सूजन निरंतर बढ़ती रहती है जिससे आगे चलकर फेफड़े छलनी हो जाते हैं। इसे एम्फायसेमा कहते हैं। सीओपीडी का मुख्य उपचार रिस्क फैक्टर को रोकना है। रिस्क फैक्टर जैसे चूल्हे का धुआं धूल और प्रदूषण आदि से बचना जरूरी है। मुंबई स्थित एसआरवी अस्पताल में एमडी पुल्मोनरी मेडिसन डॉक्टर मिताली अग्रवाल आपको इस समस्या के कारण बता रही हैं। जेनेटिक कारक- अल्फा-1 एंटीट्रिप्सिन या एएटी की कमी वाली एक आनुवंशिक स्थिति से आपको सीओपीडी का खतरा होता है। यह