'मैं डिप्रेशन में हूं'- यह एक ऐसा वाक्य है जो हमारी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बार-बार इस्तेमाल होते हैं। आए दिन कोई कलाकार बताता है कि वह डिप्रेशन से गुज़र चुका है या उसे डिप्रेशन महसूस हो रहा है। जहां इस दिमागी अवस्था के बारे में बात करने के लिए हिम्मत की ज़रूरत पड़ती है। साथ ही यह हमें रोज़-रोज़ महसूस होनेवाले चिड़चिड़ेपन और झल्लाहट के बारे में सचेत करता है और उसके बारे में सोचने के लिए मज़बूर करता है। क्या हमारी यह भावनाएं हमारे डिप्रेशन के शिकार होने का सबूत हैं? तनाव और डिप्रेशन क्या है हमारे मन