आजकल इस भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी में डिप्रेशन यानि अवसाद की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। यहां तक कि दीपिका पादुकोण जैसी अभिनेत्री को भी इस समस्या पर गंभीरता से बात करते देखा गया है। सबसे गंभीर मुद्दा यह है कि इस समस्या का शिकार शिक्षित वर्ग भी तेजी से हो रहा है। आपने कई बार लोगों से इस तरह के शब्द कहते सुने होंगे, 'चिंता मत कर यार सब सही हो जायेगा', परेशान ना हो यार या 'इससे बाहर निकल'। आपको बता दें कि इस तरह की शब्द और बातें आम हो गई हैं। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों में अवसाद कितनी तेजी से बढ़ रहा है। क्या आप जानते हैं कि अवसाद से कैसे निपटा जाता है? हालांकि अगर कोई उदास रहता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वो डिप्रेशन में है। खैर, आप इन दस बातों से पता लग सकते हैं कि कोई व्यक्ति डिप्रेशन की स्थिति में चला गया है।
1) स्वच्छता का ख्याल ना रखना- जब आप अवसाद की स्थिति में होते हैं, आप स्वच्छता को प्राथमिकता नहीं देते हैं। आप नहाना, बिस्तर ठीक करना, घर को साफ रखना यहां तक की ब्रश करना आदि जैसे रोजाना किये जाने वाले काम कई-कई दिनों में करने लगते हैं। आपका आत्मसम्मान कम होने लगता है। जब भी आप अपने आपको आईने में देखते हैं, तो खुद को दोषी और कमियों से भरा पाते हैं।
2) दोषी महसूस करने लगते हैं- जब डिप्रेस होते हैं, तो आप खुद के लिए बहुत मुश्किल हो जाते हैं। आपको ऐसा लगता है जैसे आपके सारे चाहने वाले लोग आपको नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
3) आसान काम भी भारी लगते हैं- यहां तक की एक कप चाय बनाना भी आपको बड़ा काम लगता है। आपको ऐसा लगता है जैसे कुछ पाने के लिए आपको बहुत ज्यादा समय लग सकता है। आप अपने काम और पढ़ाई में मन नहीं लगा पाते हैं।
4) शारीरिक लक्षण- जर्नल ऑफ क्लिनिकल साइकाइट्री में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, डिप्रेशन की वजह से जोड़ों का दर्द, अंग में दर्द, पीठ दर्द, सीने में दर्द, जठरांत्र संबंधी समस्याएं, थकान और नींद में गड़बड़ी आदि समस्याएं हो सकती हैं।
5) खोखला या खालीपन लगना- डिप्रेशन से पीड़ित हर व्यक्ति अपना पूरा दिन रोकर या उदास होकर नहीं गुजार सकता है। डिप्रेशन एक डेमेंटर (Dementor) की तरह काम करता है, जो आपको पूरी तरह खाली या खोखला छोड़ देता है।
6) चिड़चिड़ा महसूस होना- चिड़चिड़ा और क्रोध करना अवसाद के ही लक्षण हैं। आपको छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आने लगता है। अवसाद के लक्षणों के बारे में जागरूकता की कमी के कारण लोग अक्सर इन बातों को नजरअंदाज कर देते हैं।
7) नींद नहीं आना- अवसाद नींद में गड़बड़ी का एक बड़ा कारण है। दिनभर थकान के बावजूद आपको नींद नहीं आती है। दूसरी तरफ अगर आप ज्यादा सोते हैं, तो यह भी अवसाद का लक्षण हो सकता है।
8) अलग रहना- अवसाद में व्यक्ति दोस्तों को खो बैठता है। आपको ऐसा लगता है कि आपको कोई नहीं समझ पा रहा है, जिस वजह से आप आसपास के लोगों और समाज से काटने लगते हैं। अपना ज्यादा समय रूम में अकेले में बिताना पसंद करते हैं।
9) बुरे सपने आ सकते हैं- फिनिश के शोधकर्ताओं के अनुसार अवसाद से पीड़ित व्यक्तियों को स्वस्थ व्यक्तियों की तुलना में अधिक बुरे सपने आ सकते हैं। लगातार बुरे सपने आना पोस्ट स्ट्रेस ट्रामा डिसऑर्डर (पीटीएसडी) का संकेत हो सकता है।
10) आपको आलसी कहा जा सकता है- जब आप अवसाद से निपटने की कोशिश कर रहे होंगे, तो आपको चाहने वाले लोग आपको आलसी कह सकते हैं। यहां तक कि आप पर किसी काम के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं करने का दोषी ठहरा सकते हैं। इससे निपटने के लिए आपको किसी बेहतर मनोचिकित्सक की सलाह लेनी बहुत जरूरी है।
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अनुवादक – Usman Khan
चित्र स्रोत - Shutterstock
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