बेहोश होना एक ऐसी समस्या है जिसका शिकार कोई भी कभी भी हो सकता है। अचानक से होने वाली इस समस्या के कारण आपको गंभीर चोटें भी लग सकती है। अक्सर स्कूलों में बच्चे खेलते वक़्त बेहोश होकर गिर पड़ते हैं या कोई धूप में खड़े खड़े भी बेहोश हो जाता है। इसलिए ज़रूरी है कि आप ये जानें कि आखिर आप इस समस्या के शिकार क्यों हो रहे हैं। इस बारे में हमने मुंबई स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल के कंसलटेंट फिजिशियन डॉ. प्रदीप शाह से बातचीत की। डॉ. प्रदीप ने बताया कि मुख्य रूप से देखा जाये तो बेहोश होने के पीछे तीन मुख्य कारण है। आइये उनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
वसोवागल (Vasovagal cause) : यह बेहोश होने का सबसे मुख्य कारण है और यह एक मनोवैज्ञानिक समस्या है जिसके शिकार यंग बच्चे और किड्स ज्यादा होते हैं। कई बार बच्चे अधिक खून देखकर या इंजेक्शन के डर के कारण भी बेहोश हो जाते हैं। शरीर में उपस्थित वैगल नर्व के प्रभावित होने के कारण ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट अचानक से बहुत कम हो जाता है जिस वजह से आप बेहोश हो जाते हैं। तेज दर्द या किसी चीज से ज्यादा डर होने के कारण भी यह समस्या होती है।
पोस्चुरल हाइपोटेंशन(Postural hypotension): जो लोग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित होते हैं और इससे निजात पाने के लिए दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं वे लोग कई बार इन दवाइयों के कारण ही बेहोश हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब आप ब्लड प्रेशर को कम करने वाली दवाइयां खाते हैं तो उनकी कंसंट्रेशन पॉवर काफी ज्यादा होती है और ऐसे में अगर आप इसकी उचित मात्रा में थोड़ी सी भी ज्यादा मात्रा का सेवन कर लेते हैं तो इससे आपका ब्लड प्रेशर अचानक से बहुत कम हो जाता है। जिस वजह से आप बेहोश हो जाते हैं। इसके अलावा कई बार बॉडी की पोजीशन बदलने के कारण भी लोग बेहोश हो जाते हैं इस तरह की बेहोशी को ही पोस्चुरल हाइपोटेंशन कहा जाता है। जैसे कि अचानक सोकर उठने या देर तक एक ही जगह बैठे रहने के बाद जब आप अचानक से उठते हैं तो ऐसे में भी आप बेहोश हो सकते हैं क्योंकि अचानक पोजीशन बदलने से ब्रेन में पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं पहुँच पाता है।
हार्ट ऐरेथिमिया (Heart arrhythmia) : यह भी बेहोशी की समस्या का एक मुख्य कारण है। इसमें मरीज के हार्ट रेट में इतनी तेजी से बदलाव होता है जिससे वह बेहोश हो जाता है। इसे स्ट्रोक एडम्स अटैक भी कहते हैं और आमतौर पर जो लोग पहले से ही दिल से जुड़ी किसी बीमारी के शिकार हैं वे इस समस्या के ज्यादा शिकार होते हैं। 50 साल से अधिक उम्र के लोगों में यह समस्या ज्यादा पायी जाती है। इसलिए अगर आप भी इस उम्र में अचानक होने वाली बेहोशी से परेशान हैं तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर से अपनी जांच करवाएं।
मुख्यतौर पर देखा जाये तो बेहोशी की समस्या तभी होती है जब अचानक से ब्लड प्रेशर में कमी आ जाती है। इसलिए ज्यादा परेशान न हों क्योंकि थोड़ी ही देर में ब्लड प्रेशर अपने आप सामान्य हो जाता है और फिर आप वापस होश में आ जाते हैं। लेकिन अगर आप बार बार इस तरह बेहोश हो रहे हैं तो एक बार डॉक्टर से अपनी जांच ज़रूर करवाएं।
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अनुवादक: Anoop Singh
चित्र स्रोत: Shutterstock
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