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अनहेल्दी खानपान और अस्त व्यस्त दिनचर्या आपको कई तरह के रोगों का बुलावा देती है। इसी तरह की एक समस्या फैटी लिवर भी है, जो आज बेहद कॉमन होती जा रही है। यदि आप भी फैटी लिवर की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि ये आपकी हेल्थ के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। आपको बता दें कि लिवर का खराब होना आपकी ओवरऑल हेल्थ को खराब करता है। इसलिए इस समस्या का समाधान ठीक से करना बेहद जरूरी है। ताकि समय रहते इसके गंभीर परिणामों से बचा जा सके। आज हम आपको अपने में ऐसे डाइट प्लान के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको फैटी लिवर की समस्या से निजात दिला सकता है।
हम हमारे लिवर में फैट की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है, तो इसे फैटी लिवरकहा जाता है। फैटी लिवर आमतौर पर दो प्रकार का हो सकता है।
ये समस्या अधिक मात्रा में शराब से सेवन से पैदा होती है। इससे लिवर की सेल्स में सूजन आ जाती है जिससे लिवर का साइज बड़ा हो जाता है। जितनी ज्यादा शराब का सेवन व्यक्ति द्वारा किया जाता है फैटी लिवर की समस्या उतनी ही अधिक बढ़ जाती है।
अनहेल्दी खानपानऔर दिनचर्या इसका मुख्य कारण होते हैं। इसमें खानपान के कारण लिवर में फैट ज्यादा मात्रा में जमा हो जाता है। शुरुआत में इसमें सामान्य लक्षण देखने को मिलते हैं लेकिन लंबे समय में ये लिवर की गंभीर समस्याओं का कारण बन जाता है।
फैटी लिवर से जूझ रहे लोगों के लिए कॉफी का सेवन काफी अच्छा रहता है। national Center for Biotechnology Information(NCBI) की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि कॉफी में हेप्टोप्रोटेक्टिव (लिवर की सुरक्षा) गुण पाए जाते हैं। इस शोध में ये बात भी साबित हुई है कि नॉन अल्कोहोलिक फैटी लिवर में कॉफी का सेवन काफी फायदेमंद रहता है।
फैटी लिवर से जूझ रहे लोगों को अपनी डाइट में फिश या फिश ऑयल को जरूर शामिल करना चाहिए। फिश ऑयल में पाया जाने वाला एन-3 पॉलीसैचुरेटेड फैटी एसिड लिवर के लिए काफी हेल्दी होता है। फिश या फिल ऑयल का इस्तेमाल आपको फैटी लिवर से काफी हद तक निजात दिला सकता है।
ब्रोकली का सेवन न केवल फैटी एसिड की समस्या को बढ़ने से रोकता है बल्कि उसे ठीक करने में भी मदद करता है। ब्रोकली मे पाए जाने वाले नेचुरल तत्व लिवर में बढ़ी फैट की मात्रा को कम करने का काम करते हैं। फैटी लिवर से पीड़ित रोगी को ब्रोकली खाना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
आपके मन में ये सवाल आ सकता है कि फैटी लिवर में दूध या इससे बने प्रोडक्ट का प्रयोग नहीं करना चाहिए। लेकिन हाल ही में आई एक रिपोर्ट में ये साबित हुआ है कि फैटी लिवर से निजात पाने में डेयरी प्रोडक्ट हमारी मदद करते हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया कि फैटी लिवर में दूध पीना हेल्दी हो सकता है, हालांकि ये किस तरह से काम करता है इस बारे में और अधिक रिसर्च होने की आवश्यकता है।
अखरोट का सेवन नॉन अल्कोहोलिक फैटी लिवर में काफी फायदेमंद हो सकता है। अखरोट में विटामिन-ई और सेलेनियम पाए जाते हैं, जो नॉन अल्कोहोलिक फैटी एसिड से राहत दिलाने मे काफी मदद करते हैं। इसके आलावा अखरोट का सेवन हमारी हार्ट हेल्थ के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।
Disclaimer- ये लेख आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, इसका उद्देश्य आपको हेल्थ परामर्श देना नहीं है। यदि आप लिवर संबंधी किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो उसके इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।