Diabetes and Ayurveda : शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने से व्यक्ति डायबिटीज का शिकार हो जाता है। डायबिटीज दो तरह की होती है- टाइप-1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज। 90 प्रतिशत मामले दुनियाभर में इसी तरह के हैं। मधुमेह का तीसरा प्रकार है जेस्टेशनल डायबिटीज़ जो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को हो सकता है। स्वस्थ जीवनशैली संतुलित भोजन और एक्‍सरसाइज के जरिए डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। यदि डायबिटीज की समस्या को नियन्त्रण में ना रखा जाए तो व्यक्ति दिल गुर्दे पैर आंखें एवं तंत्रिका संबंधी कई तरह की बीमारियों से प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा (Diabetes and Ayurveda)