• हिंदी

World Hepatitis Day 2017: Hepatitis के टीके किसे लगवाने चाहिए?

World Hepatitis Day 2017: Hepatitis के टीके किसे लगवाने चाहिए?

पढ़े और जानें किस तरह के लोग बनते हैं हेपेटाइटिस के आसान शिकार।

Written by Editorial Team |Published : July 28, 2017 4:18 PM IST

जुलाई 28 का दिन हर साल विश्व हेपेटाइटिस दिवस के रूप में मनाया जाता है। 2017 के लिए इसकी थीम है "हेपेटाइटिस से आज़ादी।"

विश्व स्वास्थ संगठन या वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन डब्लूएचओ (WHO) के मुताबिक, 2015 में वायरल हैपेटाइटिस की वजह से 1.34 मिलियन लोगों की मौत हुई, जो कि टीबी की मौतों और एचआईवी मौतों के बराबर है। भारत में, हर 12 वां व्यक्ति या तो एचबीवी (HBV) या एचसीवी(HCV) पॉजिटिव है और अधिकांश लोग जिन्हें उपचार की जरूरत होती है, वे उपचार नहीं कराते। इसकी वजह मुख्यतः जागरूकता की कमी और हेपेटाइटिस के निदान और उपचार संबंधी सुविधाओं का पहुंच से बाहर होना है। हेपेटाइटिस सी के मरीज़ों में से 90% से अधिक लोगों का 3-6 महीनों के भीतर पूरी तरह से इलाज किया जा सकता है। हेपेटाइटिस बी और सी का उचित उपचार सिरोसिस और लीवर कैंसर जैसी लीवर से जुड़ी पुरानी बीमारियों को रोकने में मदद कर सकती है जो जानलेवा भी हो सकती है। और हेपेटाइटिस को रोकने का एक ऐसा ही प्रभावी तरीका है टीकाकरण या वैक्सिनेशन। हालांकि, महत्वपूर्ण बात यह है कि किस-किस को टीके लेने चाहिए? डॉ. गौरदास चौधरी, डायरेक्टर और एचओडी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपेटोबिलरी साइंसेस, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुड़गांव दे रहे हैं इसी सवाल का जवाब दिया।

हेपेटाइटिस के टीके किसे लगवाने चाहिए?

Also Read

More News

नियम के अनुसार, सारे बच्चे और 18 साल से कम उम्र के ऐसे सभी लोग जिन्होंने पहले हेपेटाइटिस का टीका नहीं लगवाया उन्हें टीके लगवाने चाहिए। विशेषकर अगर वे एक ऐसे देश में रहते हैं जहां जहां कम या मध्यवर्ती शीतलता है। इसके साथ ही कुछ और विशेष स्थितियों में लोगों को हेपेटाइटिस के टीके लगवाने ही चाहिए.

1. जिन लोगों को अक्सर खून या रक्त उत्पादों की आवश्यकता पड़ती है, डायलिसिस के रोगियों,  अंग प्रत्यारोपण के प्राप्तकर्ताओं; जेल में बंद लोग।

2. ऐसे लोग जो ड्रग्स का इंजेक्शन लेते हैं।

3. कई लोगों से सेक्सुअल संबंध बनानेवाले लोग।

4. चिकित्सा यानि हेल्थकेयर सेक्टर में काम करनेवाले लोग, जो अक्सर रक्त की जांच करते हैं रक्त के सम्पर्क में आते हैं।

5. यात्रा करनेवाले लोग जिन्होंने हेपेटाइटिस बी के सारे टीके नहीं लिए हैं, और उन्हें हेपेटाइटिस  से प्रभावित स्थानों की यात्रा करने से पहले टीके ले लेने चाहिए।

साथ ही, ऐसे लोग जिन्हें लीवर संबंधी पुरानी बीमारियों का खतरा अधिक है उन्हें भी टीके ज़रूर लेने चाहिएए।

क्रोनिक बीमारी का ख़तरा किन लोगों को अधिक होता है?

रोग की पुरानी प्रकृति उस व्यक्ति की उम्र पर भी निर्भर करती है जिसे यह रोग संक्रमित करता है। हेपेटाइटिस बी वायरस से संक्रमित होने वाले 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को क्रोनिक इंफेक्शन की संभावना अधिक होती है। जन्म के एक साल के भीतर संक्रमित होने वाले 80-90%शिशुओं में क्रोनिक संक्रमण विकसित होता देखा गया और 6 वर्ष से पहले संक्रमित होने वाले 30-50% बच्चों में यह क्रोनिक संक्रमण देखा गया। इसके अलावा वयस्क बनने पर संक्रमित होनेवाले व्यक्तियों में से लगभग 5% से भी कम लोगों में क्रोनिक इंफ्केशन की संभावना देखी गयी है, और लंबे समय से संक्रमित होनेवाले 20-30% वयस्कों में  सिरोसिस और लिवर कैंसर की संभावना जतायी जाती है।

Read this in English.

अनुवादक-Sadhana Tiwari

चित्रस्रोत- Shutterstock