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योगी आदित्यनाथ के राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस की स्थिति दिनप्रतिदिन खराब होती जा रही है। पिछले 24 घंटों में यूपी में 22,439 नए कोरोना केस आए हैं और 104 लोगों की मौत दर्ज हुई है। अब राज्य में अब कुल सक्रिय मामलों की संख्या 1,29,848 हो गई है। मुख्यमंत्री योगी तो पहले से ही कोरोना संक्रमित हैं, साथ ही अब उनके अन्य मंत्री और अधिकारी भी कोरोना की चपेट में आने लगे हैं। हालांकि कोरोना से संक्रमित होने के बावजूद योगी राज्य में कोरोना की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। शुक्रवार को सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, सीएमओ और टीम-11 के सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक कर सीएम योगी ने कई जरूरी फैसले लिए हैं। साथ ही योगी का कहना है कि यदि किसी अस्पताल द्वारा कोरोना मरीजों को लेकर लापरवाही बरती गई या उन्हें भर्ती करने के लिए बहाने बनाए तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।
योगी सरकार ने शुक्रवार को हुई मीटिंग में राजधानी लखनऊ के अंदर 1000 बेडों का कोविड अस्पताल बनाने का आदेश दिया है। योगी का कहना है कि इस अस्पताल के लिए डिफेंस एक्सपो जगह सही रहेगी। सीएम का कहना है कि अस्पताल बनाने की दिशा में जल्द से जल्द काम शुरू किया जाए और अगर किसी तरह की परेशानी आती है तो बिना रुके उसका समाधान निकालें। साथ ही ही सीएम योगी ने कहा कि कोरोना टेस्ट को लेकर सरकारी और निजी प्रयोगशालाएं पूरी क्षमता के साथ काम करें। किसी भी लापरवाही या मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
योगी सरकार ने ये भी आदेश दिया है कि यूपी में जितने भी कोरोना अस्पताल हैं जहां ऑक्सीजन की सप्लाई किसी की कीमत पर नहीं रुकनी चाहिए। फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग द्वारा इस संबंध में नियंत्रण कक्ष 24 घंटे सक्रिय रहना चाहिए।
योगी आदित्यनाथ का कहना है कि क्योंकि इस समय ज्यादातर लोग होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना को हराने का प्रयास कर रहे हैं इसलिए संबंधित विभाग होम आइसोलेशन में निवासरत लोगों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखें। ऐसे लोगों को जरूरी दवाओं के साथ मेडिकल किट भी दी जाए। ऐसे लोगों को कम से कम 1 हफ्ते की दवा मिलनी चाहिए। साथ ही मेडिकल किट में ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर जैसे जरूरी उपकरण होने चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा है कि राज्य में सीएम हेल्पलाइन 1076 पर मरीजों की समस्या सुनकर उनका हल निकाला जाए। यदि किसी कोरोना मरीज को अस्पताल में बेड मिलने, वैक्सीन या दवा की कमी हो रही है तो उसके साथ लगातार संवाद बनाए रखकर उसकी मदद की जाए। साथ ही सेनिटाइजेशन और साफ सफाई का काम भी जारी रखा जाए।