Don’t Miss Out on the Latest Updates.
Subscribe to Our Newsletter Today!
Causes of Hot Flashes in Hindi: हॉट फ्लैश (Hot Flashes) की समस्या अधिकतर महिलाओं को होती है। खासकर, मेनोपॉज होने के दौरान अधिकतर महिलाओं में हॉट फ्लैश की समस्या देखने को मिलती है। कुछ महिलाओं को तो ठंड के मौसम में भी हॉट फ्लैश की परेशानी सताती है। हॉट फ्लैश के कारण हार्ट बीट बढ़ सकता है। स्किन लाल नजर आती है। हॉट फ्लैश को अनदेखा नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह सिर्फ शरीर के तापमान बढ़ने के कारण ही नहीं होता है। यह मेनोपॉज के मुख्य लक्षणों में शामिल है। हालांकि, कुछ अन्य कारणों से भी हॉट फ्लैश की समस्या शुरू हो सकती है। जानें, उन कारणों को जो हॉट फ्लैश की समस्या को बढ़ा सकते हैं...
किसी शारीरिक समस्या को ठीक करने के लिए यदि आप लगातार स्टेरॉएड या कोई अन्य दवा का सेवन करती हैं, तो हॉट फ्लैश महसूस हो सकता है। दवाओं के रिक्शन होने पर भी हॉट फ्लैश होता है। यदि पहली बार किसी हार्ड मेडिसिन का सेवन कर रहे हैं, तो भी यह समस्या हो सकती है।
किसी ऐसे फूड का सेवन करने से भी हॉट फ्लैश की समस्या हो सकती है, जिससे आपको एलर्जी हो। अधिक तेल-मसाले, गरिष्ठ भोजन करने से भी यह समस्या हो जाती है। तेल-मसाला अधिक खाने से शरीर में गर्मी अधिक लगती है। आपको किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी है या जिनके बारे में आपको पता नहीं कि इस फूड के सेवन से आपको एलर्जी हो सकती है, तो यह फूड हॉट फ्लैश का कारण बन सकता है।
चिंता भी हॉट फ्लैश का कारण बन सकता है। यदि आप अधिक गुस्सा, डर, चिंता करती हैं, तो इसका असर शरीर पर हॉट फ्लैश के रूप में सामने आएगा। इससे हार्ट बीट बढ़ जाती है, जिससे हॉट फ्लैश की समस्या शुरू हो सकती है। ऐसे में सांस तेजी से ना लें। डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।
थायरॉएड हार्मोन में असंतुलन होने से भी यह समस्या हो सकती है। थायरॉइड शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि शरीर का हार्मोनल स्राव प्रभावित होता है।