आमतौर कुष्ठ रोग या हैनसेन्स डिज़िज़ (Hansen’s disease) के रूप में जाने जाना वाला लेप्रसी माइकोबैक्टीरियम लेप्रे (Mycobacterium leprae) नामक एक धीमी गति से बढ़नेवाले बैक्टीरिया के कारण होता है। यह बैक्टीरिया हमारे शरीर में कई सालों तक छुपा रह सकता है। इस बीमारी का कारण शरीर पर हर जगह पीली रंग के धब्बे त्वचा गलने घाव और गांठ जैसी समस्याएं दिखने लगती हैं जो आमतौर पर कई हफ्तों या महीनों तक ठीक नहीं होती। लेप्रसी नर्व सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा सकता है जिससे बाहों और पैरों की मांसपेशियों में कमज़ोरी में महसूस होने लगती है। हालांकि बीमारी