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कमर दर्द के साथ ये 8 लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं, जानें कमर दर्द से आराम पाने के आसान तरीके

कमर दर्द के साथ ये 8 लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं, जानें कमर दर्द से आराम पाने के आसान तरीके
कमर दर्द के साथ ये 8 लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं, जानें कमर दर्द से आराम पाने के आसान तरीके

अगर भी आप घंटों बैठकर लैपटॉप या फिर कंप्यूटर पर बैठकर काम करते हैं तो आप भी कमर दर्द की परेशानी का शिकार रहते होंगे। जानें बचाव के तरीके।

Written by Jitendra Gupta |Published : May 28, 2023 10:57 AM IST

कमर दर्द एक बड़ी समस्या है, जिसे आम भाषा में बैक पेन भी कहा जाता है। गौरतलब है कि रोजाना के जीवन में 80 फीसदी से ज्यादा लोग कभी न कभी अपने जीवन में लो-बैक पेन जैसी परेशानी से जूझने के लिए मजबूर होते हैं। खासतौर पर अगर आप नौकरीपेशा हैं तो आपके लिए ये एक बड़ी समस्या साबित हो सकती है। अगर भी आप घंटों बैठकर लैपटॉप या फिर कंप्यूटर पर बैठकर काम करते हैं तो आप भी कमर दर्द की परेशानी का शिकार रहते होंगे। मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज नई दिल्ली में न्यूरो एंड स्पाइन सर्जरी के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर आशीष गुप्ता आपको कमर दर्द किन वजह से हो सकता है और इससे बचाव के लिए आपके पास कौन से रास्ते हैं, इसकी जानकारी दे रहे हैं। आइए जानते हैं कमर दर्द का इलाज।

क्यों और कब होता है कमर दर्द

1-मोच और खिंचाव

2-डिस्क प्रोलैप्स

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3-रीढ़ की हड्डी में चोट लगना

4-हड्डियों का खिसकना

5-स्पाइनल स्टेनोसिस

6-इंफेक्शन

7-ट्यूमर

8-गठिया

9--ऑस्टियोपोरोसिस

कब दिखाएं डॉक्टर को ?

1- नियमित रूप से गर्दन और कमर में दर्दहोने पर

2-हाथ और पैर में सुन्नपन या फिर झनझनाहट होने पर

3-चोट लगने या फिर गिरने पर

4-हाथ से लेकर पैर में दर्द होना

5-पेशाब करते वक्त परेशानी महसूस होना

6-हाथ पैरों में कमजोरी रहना

7-सुन्नपन रहना

8-बुखार रहना

ये लक्षण महसूस होने पर आपको तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट को दिखाना जरूरी है।

कैसे पता लगाएं कमर दर्द की परेशानी?

डॉक्टर आशीष गुप्ता का कहना है कि अगर आपको बीमारी की तह का पता लगाना है तो आपको रोगी की हर छोटी से छोटी बात और उसकी पूरी मेडिकल हिस्ट्रीको देखना होगा। मेडिकल हिस्ट्री के साथ-साथ रोगी की कमर की जांच की जाएगी, जिसके लिए कई टेस्ट होते है, जैसेः

1-एक्स-रे

2-कम्प्यूटराइज्ड टोमोग्राफी (सीटी)

3- मायलोरम्स

4-एमआरआई

बता दे कि एमआरआई की मदद से रीढ़ की हड्डी मे इंफेक्शन, ट्यूमर, इंफ्लेमेशन, डिस्क हर्निएशन जैसी परेशानी का पता लगाया जाता है। हालांकि आप क्रोमाग्राफ, एनसीएस और ईपी जैसी दिक्कतों का पता लगाने के लिए इलेक्ट्रोडायग्नोस्टिक टेस्ट करा सकते हैं। वहीं अगर रीढ़ की हड्डी मे इंफेक्शन, फ्रैक्चर या फिर कोई विकार है तो बोन स्कैनिंग की मदद से इसका पता लगाया जा सकता है।

कैसे करे इलाज?

डॉक्टर आशीष गुप्ता का कहना है कि बैक पेन के उपचार में आप कुछ घरेलू उपायों की मदद से राहत पा सकते हैं।

1-स्ट्रेच करें

कमर दर्द की परेशानी को दूर करने के लिए आप स्ट्रेच कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने रोजमर्रा के काम करते रहे हैं और स्ट्रेंथ एक्सरसाइज आपको लो-बैक पेन से निजात मिलती है।

2-दवाइयां

अगर आपकी कमर में बहुत तेज दर्द हो रहा है या फिर कई दिनों से कमर में दर्द हो रहा है तो बहुत-सी दवाओं का इस्तेमाल आपको फौरी तौर पर आराम पहुंचाने में मदद करता है। इसके अलावा एपिड्यूरल स्टेरॉयड इंजेक्शन से दर्द में आराम मिलता है, जो कि कुछ देर के लिए रहता है।

3-सर्जरी

अगर एक्सरसाइज और दवाई से आराम नहीं मिल रहा है तो आपको सर्जरी की सलाह दी जाती है। सर्जरी में लंबा-चौड़ा कट लगाया जाता है, जिसे मिनिमली इनवेसिव प्रक्रिया (की-होल) भी कहा जाता है और इसमें तुरंत रिकवरी होती है और मरीज को अस्पताल से कुछ ही दिन में छुट्टी दे दी जाती है।

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