Switch to Eng

Health, Fitness, Beauty & Diet | Pregnancy & Parenting | Diseases & Home Remedies | TheHealthSite.com

Eng
  • होम
  • कोरोना वायरस
  • फिटनेस
  • ब्यूटी
  • डिज़ीज़
    • कैंसर
    • डेंगू
    • टाइफॉइड
    • हेपेटाइटिस
    • टाइप 1 डायबिटीज
  • प्रेगनेंसी
  • पेरन्टींग
  • न्यूज
  • गैलरीज़
  • वीडियो
Home / Hindi / Health News / Hearing Loss or Deafness : बुढ़ापे में कम सुनाई देने की समस्या, कारण और इलाज

Hearing Loss or Deafness : बुढ़ापे में कम सुनाई देने की समस्या, कारण और इलाज

World Hearing Day 2021 in Hindi: बुढ़ापे में लगभग हर व्यक्ति की सनाई देने की क्षमता प्रभावित (Age-Related Hearing Loss) होने लगती है। क्यों होता है ऐसा, क्या है कारण, जानें यहां...

By: Anshumala   | Edited by: Anshumala   | | Updated: March 2, 2021 7:37 pm
Tags: Hearing problem  Non-syndromic hearing loss  old age health problem  World Hearing Day  World Hearing Day 2021  
hearing-loss in old people in hindi
Hearing Loss : बढ़ापे में कम सुनाई देने की समस्या, कारण और इलाज

Age-Related Hearing Loss in Hindi: पूरी दुनिया में 3 मार्च को ‘वर्ल्ड हियरिंग डे 2021’ (World Hearing Day 2021 in Hindi) सेलिब्रेट करती है। इस दिन सुनाई देने की क्षमता में कमी और कान से संबंधित बीमारियों के प्रति लोगों के बीच जागरूकता फैलाई जाती है। हर साल इस दिन को एक खास थीम के तहत सेलिब्रेट किया जाता है। इस वर्ष की थीम ‘Hearing care for ALL! Screen. Rehabilitate. Communicate’ है। बुढ़ापा मानव जीवन का एक ऐसा पड़ाव है, जिसमें व्यक्ति कई बीमारियों से घिर जाता है। एक बूढ़े व्यक्ति का जीवन मुश्किलों से भरा होता है, जहां उसके दांत टूट जाते हैं, सबकुछ धुंधला दिखाई देता है, कम सुनाई (Hearing ability) देता है, कमर झुक जाती है और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। नई दिल्ली में साकेत स्थित मैक्स अस्पताल के ईएनटी और कोक्लियर इंप्लान्ट सर्जरी के मुख्य सलाहकार डॉ. सुमित मृग ने बताया, “बुढ़ापे में लगभग हर व्यक्ति की सनाई देने की क्षमता प्रभावित (Age-Related Hearing Loss) होने लगती है।” Also Read - बढ़ती उम्र में कभी ना महसूस होगा अकेलापन, इन 5 हेल्थ टिप्स के साथ जिएं जिंदादिल और खुशहाल ज़िंदगी

दरअसल, बुढ़ापे में कान के पर्दे कमजोर हो जाते हैं, जहां कोक्लिया की कोशिकाएं कमजोर पड़ने के कारण सुनने में समस्या आती है। यह समस्या 50, 60 या 70 किसी भी उम्र में शुरू हो सकती है। एक बार ये समस्या शुरू हो जाए तो इसे तुरंत रोक पाना संभव नहीं होता है। किसी की बात को सुनने में समस्या (Hearing Loss or Deafness), रेडियो या टीवी को पहले की तुलना में तेज आवाज में सुनना, फोन पर बात करने में समस्या आदि सब इसके लक्षण हैं।” Also Read - Winter Care Tips: सर्दी के मौसम में बुजुर्गों की देखभाल के लिए अपनाएं ये 9 तरीके, हमेशा रहेंगे फिट और एक्टिव



सुनने में हो रही है परेशानी तो रुक सकता है मानसिक विकास : विशेषज्ञ Also Read - Winter Care for Seniors: सर्दियों में बढ़ जाती हैं बुज़ुर्गों की हेल्थ प्रॉब्लम्स, उनकी देखभाल करने के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स

हालांकि, यह एक बुजुर्गों वाली समस्या है लेकिन ईएनटी (कान, नाक, गला) विशेषज्ञ से जांच कराना आवश्यक होता है। आज, इससे जुड़े कई ऐसे विकल्प हैं, जिससे बुजुर्गों के लिए सुन पाना संभव हो गया है। इसके लिए पहले व्यक्ति को 2 टेस्ट करवाने पड़ते हैं। ईएनटी विशेषज्ञ दोनों टेस्टों की मदद से यह सुनिश्चित करता है कि मरीज को किस विकल्प की आवश्यकता है।

बढ़ती उम्र में बहरेपन का कारण (Causes of deafness in old age)

  • बढ़ती उम्र में बहरापन प्राकृतिक कारणों से होता है। 60 वर्ष उम्र होने के बाद अधिकतर लोगों को कम सुनाई देता है। जो लोग 75 वर्ष के होते हैं, उनमें बहरेपन की समस्या सबसे अधिक देखी जाता है। इनमें 50 प्रतिशत तक बहरा होने की संभावना होती है।
  • शोर, ध्वनि प्रदूषण के कारण भी कान के सुनने की क्षमता खराब होने लगती है।
  • कुछ दवाओं के नियमित सेवन से भी बहरेपन की समस्या होती है।
  • कई बार गंभीर रूप से सिर पर चोट लगने से बहरापन हो सकता है।
  • कान में होने वाले गंभीर संक्रमण को नजरअंदाज करने से भी कान की सुनने की क्षमता होती है प्रभावित।
  • कान में जमी मैल को महीनों ना साफ करें तो सुनाई देने में समस्या आ सकती है। हालांकि, यह बहरापन अस्थायी होती है।
  • कान में ट्यूमर होना, अनुवांशिक कारणों से भी बहरापन हो सकता है।

सुनने की समस्या को दूर करने के उपाय (Ways to Overcome problem of Hearing)

डॉ. मृग ने आगे बताया, “आमतौर पर, इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए सुनने की मशीन दी जाती है। हालांकि, इस मशीन के जरिए कई बुजुर्गों को लाभ मिला है, लेकिन यह कुछ हद तक ही काम करती है। यदि कान के पर्दे पूरी तरह से खराब हो गए हैं तो ऐसे में उचित इलाज के साथ कोक्लियर इंप्लान्ट की जरूरत पड़ती है। इस प्रक्रिया में, सर्जरी की मदद से मरीज के अंदरूनी कान में एक मशीन लगाई जाती है, जो कान के बाहर लगाई गई मशीन की मदद से चलती है।

बाहर लगाई गई मशीन को किसी भी वक्त उतारा या पहना जा सकता है। कोक्लियर इम्प्लांट डिवाइस मेडिकल उपकरण होते हैं जो कान की कोशिकाओं को उत्तेजित करने के लिए इलेक्ट्रिकल सिग्नल का उपयोग करते हैं जिससे मरीज को सुनने में सहायता मिलती है।”

Published : March 20, 2020 5:27 pm | Updated:March 2, 2021 7:37 pm
Read Disclaimer

Coronavirus Latest News: कोविड-19 संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हैं किडनी रोगी

Coronavirus Latest News: कोविड-19 संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हैं किडनी रोगी

Drinking Water: खाने के दौरान क्यों नहीं पीना चाहिए पानी? जानें क्या कहता है आयुर्वेद

Drinking Water: खाने के दौरान क्यों नहीं पीना चाहिए पानी? जानें क्या कहता है आयुर्वेद

Please Wait. Article Loading ....

कोरोनावायरस अपडेट्स

कोरोनावायरस अपडेट्स

COVID-19 से रहें अप-टू-डेट

  • कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट Negative आने पर भी इन 5 लक्षणों को न करें नजरअंदाज, फिर से जाकर कराएं टेस्ट नहीं तो फैलेगा कोरोना
  • कोरोना संक्रमित होने के बाद दिल्ली के पूर्व मंत्री डॉ. अशोक कुमार वालिया और इस्लामिक स्कॉलर वहीदुद्दीन खान का निधन
  • माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के बड़े बेटे आशीष येचुरी का कोरोनावायरस से निधन
  • कोरोनावायरस के सारे रिकॉर्ड हुए ध्वस्त, 24 घंटे में 3.14 लाख नए मामले, कोरोना से हार गई 2,104 जिंदगियां
  • Kareena Kapoor Khan Mask Price: कपड़ों से महंगा मास्‍क पहनती हैं करीना कपूर खान, जानिए बेबो के मास्‍क की कीमत

Health Calculators

BMI Calculator
bmi Calculator
Ideal Body Weight
ideal body weight
Daily Calorie Intake
Daily calorie intake
Calories Burned
calories burned

Health News in Hindi

कोरोना की दूसरी लहर का खतरा अब गांव में बढ़ने के आसार, मजदूरों के लौटने से पहले बनाए जा रहे क्वारंटाइन सेंटर

पानी में ये 2 चीजें डालकर भाप लेने से खत्म नहीं बल्कि कम होता है कोरोना, जानें कैसे लक्षणों को कम करने में फायदेमंद है भाप लेना

बैसाखी के बाद पाकिस्तान से लौटे 100 सिख श्रद्धालु पाए गए कोरोना पॉजिटिव

रमजान के महीने में क्यों खाते हैं खजूर, किस तरह रोजे रखने वालों को पहुंचाता है सेहत लाभ, जानें

कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट Negative आने पर भी इन 5 लक्षणों को न करें नजरअंदाज, फिर से जाकर कराएं टेस्ट नहीं तो फैलेगा कोरोना

Read All

Related Stories

    शुरुआत में बहरेपन की पहचान से उपचार होगा आसान, एक्सपर्ट से जानें बचने के आसान उपाय
    - Editorial Team
    March 20, 2020 at 5:27 pm
    विश्व श्रवण दिवस (World Hearing Day 2021) के मौके पर …
  • Mumbai hospital launches Audiology department and hearing services
  • World Hearing Day 2021: शोध में हुआ खुलासा, प्रेग्नेंसी में अधिक स्मोकिंग करने से हो सकती है बच्चे की सुनने की क्षमता प्रभावित
  • COVID-19 infection may lead to tinnitus, hearing loss: Study
  • Can Cochlear implant make a deaf child hear? Let’s hear it from the recipients

About The health Site

TheHealthSite.com is India's largest health site with more than 40 lakh unique visitors per month. We focus on fitness, beauty, health, pregnancy and more.

Most popular health and wellness website in India in 2012 at the Website of the year awards.

health@corp.india.com
+91 – 22 – 6697 1234
Landline Phone number 91 – 22 – 2490 0302.

ZEE ENTERTAINMENT ENTERPRISES LTD, 18th floor, A-Wing, Marathon Futurex, N. M. Joshi Marg, Lower Parel, Mumbai, Maharashtra 400013.

Useful Links

  • Weight Loss
  • Keto Diet Tips
  • Skin Care Tips
  • Intermittent Fasting
  • Apple Cider Vinegar
  • Ashwagandha
  • Cancer
  • Pneumonia
  • Diarrhoea
  • Dengue
  • Typhoid
  • Tuberculosis
  • Chickenpox
  • Chikungunya
  • Depression
  • Hepatitis
  • Diabetes
  • Type 2 diabetes
  • Arthritis
  • Swine Flu
  • Baby Names
  • Cough and cold
  • Heart Attack
  • Breast Cancer
  • Ebola Virus
  • Dengue
  • Malaria
  • International Yoga Day
  • Hypotension
  • Heart Failure
  • Asthma
  • Brain Tumour
  • Celebrity Fitness
  • Goitre
  • HIV/AIDS

We respect your privacy

  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Contact Us
  • Author Profiles

Copyright © 2021 Zee Entertainment Enterprises Limited. All rights reserved.