जबसे दुनिया कोविड महामारी के घेरे में फंसी है कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसी के साथ लोगों के बीच स्क्रीन का इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ गया है जो खुद में एक नई महामारी की तरह है। पहले स्ट्रोक 60 से अधिक उम्र के लोगों की बीमारी हुआ करती थी लेकिन पिछले कुछ सालों में युवा आबादी में स्ट्रोक अटैक के कई मामले देखने को मिले हैं। एक हालिया अध्ययन के अनुसार हालांकि पिछले कुछ सालों में स्ट्रोक के मामले कम हुए हैं लेकिन कम उम्र (25-45 साल) के लोगों में स्ट्रोक के मामले बढ़ते नज़र आए हैं।