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flu myths debunked: मौसम में बदलाव होने पर ज्यादातर लोग बीमार पड़ते हैं और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। कई लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, जिसके कारण वे मौसम में हल्का सा बदलाव होने पर बीमार पड़ जाते हैं जबकि कुछ लोग फ्लू का शिकार हो जाते हैं। फ्लू एक ऐसी गंभीर समस्या है, जिसके कारण बहुत से लोग बीमार पड़ जाते हैं और नौबत यहां तक पहुंच जाती है कि उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। हालांकि ऐसे ढेरों लोग हैं, जिन्हें फ्लू को लेकर कई गलतफहमियां हैं और बहुत से लोग फ्लू को गंभीर नहीं मानते हैं। अगर आप भी फ्लू को लेकर गलतफहमी का शिकार हैं तो इस लेख में हम आपको सीजनल फ्लू से जुड़े मिथक की सच्चाई बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं फ्लू से जुड़े कुछ मिथक और उनकी सच्चाई।
इस मिथक ने लोगों को वास्तव में बरसों से अपनी गिरफ्त में जकड़ा हुआ है। फ्लू के शॉट्स मृत वायरस या फ्लू वायरस के प्रोटीन टुकड़ों से बनाए जाते हैं। इसलिए फ्लू शॉट्स से आपको फ्लू नहीं हो सकता। हां, फ्लू शॉट के बाद आपकी बांह में दर्द हो सकता है। आपको दर्द या फिर हल्का बुखार हो सकता है। लेकिन अगर आप फ्लू का शिकार हो जाते हैं तो आपको और ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। लाइव इन्फ्लूएंजा वैक्सीन (LAIV या फ्लुविस्ट) नेजल स्प्रे में जीवित लेकिन कमजोर वायरस का रूप होता है।
फ्लू के बारे में कुछ चीजों पर विश्वास करना थोड़ी टेढ़ी खीर साबित हो सकता हैः आप बीमार होने से पहले ही दूसरे व्यक्ति तक फ्लू फैला सकते हैं। जब आप बीमार होते हैं तो आपको एक सप्ताह तक पता नहीं चलता कि आपको फ्लू हुआ है। कुछ लोग, विशेष रूप से बच्चे और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग लंबे समय तक संक्रामक हो सकते हैं।
फ्लू के कारण कुछ लोग इतने बीमार हो जाते हैं कि उन्हें अस्पताल तक जाना पड़ता है। इतना ही नहीं वे निमोनिया या रेस्पिरेटरी फेल्योरे का भी शिकार हो सकते हैं। फ्लू बच्चों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है, साथ ही उन लोगों के लिए भी जिनकी उम्र 65 या उससे अधिक है। इतना ही नहीं अगर आप किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का पहले से ही सामना कर रहे हैं तो फ्लू आपकी मुश्किलें और बढ़ा सकता है। फ्लू से मरने वाले लोगों में लगभग 90% बुजुर्ग होते हैं।
ये लोगों के बीच एक गलत धारणा है कि फ्लू केवल किसी के साथ नजदीकी संबंध पर ही फैलता है। इस बात का ध्यान रखें कि फ्लू से संक्रमित व्यक्ति लगभग 6 फीट तक किसी को भी फ्लू फैला सकता है। इस बात का खास ध्यान रखें कि अगली बार जब आप बस या ट्रेन में सफर कर रहे हों और कोई व्यक्ति खांस रहा हो या फिर छींक रहा हो तो उससे दूरी बनाना ही आपके लिए अच्छा है। फ्लू आमतौर पर तब फैलता है जब कोई बीमार व्यक्ति खांसता है, छींकता है या बातचीत करता है। उसके लार और बलगम की बूंदें आपकी नाक या मुंह में जा सकती हैं और आप फ्लू का शिकार हो सकते हैं। इतना ही आप दरवाजे के हैंडल या फोन जैसी किसी चीज को छूकर भी फ्लू का शिकार हो सकते हैं।
फ्लू से बचाव के लिए टीका लगवाना सबसे अच्छा तरीका है। सभी को हर 6 महीने में और बुजुर्ग लोगों को साल में एक बार जरूर टीका लगवाना चाहिए। यह आपको फ्लू सीजन में 3 या 4 बार तक बीमार पड़ने से बचाने में मदद करेगा। वैज्ञानिक हर साल वैक्सीन को अपडेट करते रहते हैं। अगर आपको अपने स्वास्थ्य से संबंधी चिंता या सवाल हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर ेबात करें।
एंटी-बैक्टीरियल साबुन या जेल, साफ पानी और साबुन की तुलना में आपका बचाव नहीं कर सकत है। एक बात को आपके लिए जानना बेहद जरूरी है कि फ्लू बैक्टीरियल नहीं है। अगर आप अपने हाथों को बार-बार अच्छी तरह से धोएंगे तो आपको उन कीटाणुओं और वायरस से छुटकारा मिल जाएगा जो आपके हाथों पर तेल की तरह चिपके हुए हैं।