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Complication of diabetes: डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए तमाम इंतजाम करने के बाद भी कई बार यह बीमारी फैल जाती है और इस साल डेंगू के खतरे की बात करें तो खबरों के अनुसार पिछली साल के अबकी साल आने वाले मामले कई गुना ज्यादा हैं। भारत के कुछ शहरों में डेंगू का खतरा ज्यादा बढ़ता जा रहा है और इन शहरों में रहने वाले हर उम्र के लोग इसके खतरे में हैं। लेकिन कुछ खास वर्ग के लोग भी हैं, जिनमें डेंगू का खतरा ज्यादा रहता है। खासतौर पर इनमें ज्यादा उम्र और कुछ क्रोनिक बीमारियों के मरीज भी शामिल हैं। खासतौर पर डायबिटीज के मरीजों में डेंगू का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है और इसके पीछे प्रमुख रूप से पांच कारण हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे आखिर डायबिटीज के मरीजों में डेंगू होने और गंभीर समस्याएं होने का खतरा ज्यादा क्यों रहता है।
डायबिटीज के मरीजों में इम्यूनिटी की दिक्कत सबसे ज्यादा रहती है और यही कारण है कि कमजोर इम्यूनिटी के कारण कई प्रकार के संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। डेंगू भी एक प्रकार का संक्रमण है, जो मच्छरों के काटने से फैलता है। इसलिए जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, उन्हें डेंगू होने और उससे गंभीर जटिलताएं होने का खतरा ज्यादा रहता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की वेबसाइट पर पब्लिश की गई एक रिपोर्ट के अनुसार हाई ब्लड ग्लूकोज लेवल के कारण रक्त वाहिकाओं में फैटी डिपॉजिट बनने लगता है। धीरे-धीरे यह डिपॉजिट रक्त वाहिकाओं को कठोर बनाने लगता है और इस कारण से रक्त वाहिकाएं कमजोर पड़ जाती हैं। रक्त वाहिकाएं कमजोर पड़ जाना भी डेंगू जैसी बीमारियों के होने के खतरे को बढ़ा सकता है।
डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट का खास ध्यान रखना पड़ता है और इसलिए कई ऐसी हेल्दी चीजें भी हैं, जो डायबिटीज के मरीज खा नहीं पाते हैं। सही डाइट न ले पाने के कारण भी हमारा शरीर कमजोर पड़ने लगता है, जिससे डेंगू जैसी बीमारियों के गंभीर होने का खतरा बढ़ जाता है।
डायबिटीज के मरीजों को अक्सर कमजोरी व थकान जैसी समस्याएं रहती हैं और इस कारण से वे कई बार शारीरिक रूप से पर्याप्त सक्रिय नहीं रह पाते हैं। शारीरिक रूप से सक्रिय न रहना आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित तो करता ही है साथ ही साथ आपके मच्छरों के संपर्क में आने के खतरे को भी बढ़ा सकता है। डायबिटीज के मरीजों में डेंगू के मामले ज्यादा होने के पीछे एक कारण यह भी हो सकता है।
मच्छरों के संपर्क में कोई भी व्यक्ति आ सकता है और इसका किसी बीमारी से ग्रसित होने से कोई संबंध नहीं है। हालांकि, डायबिटीज के मरीजों का मच्छरों के संपर्क में सामान्य से ज्यादा आने के पीछे कुछ वजह हो सकती हैं। इनमें से एक वजह यह भी है डायबिटीज के मरीजों को अक्सर सुबह और शाम चलने-फिरने की सलाह दी जाती है। वहीं सुबह और शाम के समय ही पार्क जैसी जगहों पर मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है।