फैटी लिवर (Fatty Liver) की समस्या आजकल अक्सर लोगों में देखने को मिलती है। फैटी लिवर का कारण (Fatty Liver Causes) लिवर में फैट की मात्रा बढ़ना है. बढ़ते फैट के कारण लिवर की कोशिकाओं का काम प्रभावित होने लगता है. लिवर की कोशिकाएं जब सही से काम नहीं कर पाती तो लिवर का आकार बढ़ने लगता है. लिवर का आकार बढ़ जाने की वजह से खून की सफाई ठीक से नहीं हो पाती है. फैटी लिवर के कारण लिवर की अन्य बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है. हमारा पाचन तंत्र भी फैटी लिवर की वजह से खराब रहने लगता है. हम सभी को फैटी लिवर के कारण, लक्षण (Fatty Liver Symptoms) और बचाव के उपायों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. हम यहां पर कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ बता रहे हैं जो फैटी लिवर के आयुर्वेदिक उपचार (Fatty Liver Ayurvedic Treatment) हैं.
फैटी लिवर की समस्या (Fatty Liver Problems) से बचने के लिए डेली डायट या रोजाना के खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। कुछ खाद्य पदार्थों को अपनी डायट में शामिल करके फैटी लिवर की परेशानी से बचा जा सकता है। हम यहां कुछ घरेलू डाइट टिप्स दे रहें हैं जो फैटी लिवर की समस्या से दूर रखते हैं।
ग्रीन टी का सेवन लिवर के लिए बेहतर होता है। ग्रीन टी पीने से लिवर का फैट कम होने के साथ-साथ फैट को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है। दिन में दो कप ग्रीन टी का सेवन करने से हेल्दी लिवर रखा जा सकता है। Fatty Liver Disease: फैटी लिवर की बीमारी में ग्रीन टी फायदेमंद, इस तरह करें इस्तेमाल.
सेब का सिरका जिसे आम भाषा में एप्पल साइडर विनेगर के नाम से जाना जाता है। सेब के सिरके का सेवन सेहत के लिए अच्छा होता है। इसके सेवन सेवन से लिवर मजबूत बनता है और फैट बढ़ने नहीं पाता है।
एक ग्लास पानी में 1 चम्मच सेब का सिरका डालकर इसका रोजाना सेवन करना चाहिए। एप्पल साइडर विनेगर का सेवन लीवर के फंक्शन को बेहतर करने का काम करता है. फैटी लिवर की वजह से हो सकता है कैंसर, जानें बचने के उपाय.
नींबू लिवर को हेल्दी रखने के साथ-साथ शरीर को कई तरह के फायदे देता है। अगर आप एल्कोहल का सेवन करते हैं तो नींबू का सेवन आपको जरूर करना चाहिए। रोजाना सुबह एक ग्लास पानी में एक नींबू का रस डालकर पीने से फैटी लिवर की समस्या से राहत मिलती है।
करेला शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर करता है। करेले के सेवन से शरीर का पाचन तंत्र बेहतर होने के साथ-साथ शुगर लेवल को भी नियमित करने में मदद मिलती है। रोजाना डायट में कम से कम हफ्ते में 2 दिन करेले को शामिल करना चाहिए।
लिवर में किसी भी प्रकार की परेशानी है तो अलसी का सेवन सबसे बेहतर आयुर्वेदिक उपाय माना जाता है। रोजाना एक चम्मच अलसी का सेवन पानी के साथ किया जा सकता है। फैटी लिवर हो या पाचन में कोई परेशानी हो अलसी उसे आसानी से दूर करती है।
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