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Blood in Stool: बड़ी आंत में इस परेशानी की वजह से मल में आता है खून, ये 3 तरीके खून आने से रोकेंगे

Blood in Stool: बड़ी आंत में इस परेशानी की वजह से मल में आता है खून, ये 3 तरीके खून आने से रोकेंगे
बड़ी आंत में इस परेशानी की वजह से मल में आता है खून, ये 3 तरीके खून आने से रोकेंगे

क्या आप जानते हैं कि मल में खून आने की समस्या के पीछे क्या कारण हैं और ऐसा क्यों होता है। लेख में जानिए किस कारण से आता है मल में खून और इसे कैसे रोकें।

Written by Jitendra Gupta |Published : March 7, 2021 2:18 PM IST

खान-पान की खराब आदतें और बिगड़ी हुई जीवनशैली की वजह है आज देश में करीब 22 फीसदी युवा आबादी कब्ज जैसी शिकायत से परेशान हैं। आलम ये है कि अब कम उम्र के लोग भी कब्ज जैसी परेशानी का सामना कर रहे हैं, जिसके कारण बवासीर के मामलों के संख्या भी बढ़ी है। कब्ज के मामले आपको देहात या शहरों की तुलना में ज्यादा मेट्रो शहरों में देखने को मिलेंगे। हालांकि अब जो परेशानी हमारे सामने है वो ये कि मौजूदा समय में सिर्फ 30 पार लोग ही कब्ज की समस्या का शिकार नहीं हो रहे हैं बल्कि 20 से कम उम्र के बच्चे भी कब्ज की परेशानी का सामना कर रहे हैं। कब्ज के मामलों की बढ़ती संख्या हर किसी के लिए परेशानी भरी है क्योंकि ये शरीर के इस अंग को प्रभावित करती है। आइए जानते हैं कौन सा अंग कब्ज की समस्या से खराब होने लगता है।

कब्ज होने पर शरीर का ये अंग होता है प्रभावित

कब्ज की समस्या हमार बड़ी आंत में पनपती है। कब्ज की समस्या से आदमी तब पीड़ित होता है जब उसकी आंत की लाइनिंग में मांसपशियां सिकुड़ने लगती है और हमारे पेट में मौजूद अपशिष्ट उत्पाद सामान्य गति से नहीं पास हो पाता है। इस कारण से पोषक तत्वों और पानी को बेहतर तरीके से अवशोषित होने में अतिरिक्त समय लगता है, जिसके कारण मल अधिक कठोर और सूख जाता है। इस स्थिति में कभी-कभार मल से खून भी आ जाता है। गर्भावस्था जैसी स्थिति और कुछ प्रकार की दवाइयां आंतों की मांसपेशियों को सिकोड़ देती हैं और आपको कब्ज की समस्या हो जाती हैं, जिस कारण से आपको मलत्याग करने में परेशानी होती है। हालांकि कुछ तरीके ऐसे हैं, जिन्हें अपनाकर आप इस समस्या से बच सकते हैं। आइए जानते हैं कौन सी चीजें करने से आपको कब्ज की समस्या में राहत मिलती है।

सक्रिय रहें

शरीर का हिलना-डुलना आपके लिए बहुत जरूरी है क्योंकि जब आप अपने शरीर को हिलाते-डुलाते हैं तो आपकी आंतों में जमा फूड बहुत तेजी से आगे बढ़ता है, जिससे वह बड़ी आंते से छोटी आंत में पहुंचता है। इतना ही नहीं शारीरिक रूप से सक्रिय रहने पर आपके हृदय की गति और रक्त प्रवाह बेहत होता है, जो आंतों की मांसपेशियों को सक्रिय रखने में मदद करता है और आपको कब्ज की समस्या नहीं होती है। इस तरह नियमित रूप से एक्सरसाइज करने पर भी आपको सही रूप से मल त्याग करने में मदद मिलती है।

गतिहीन जीवनशैली भी आपको आंतों के संक्रमण का शिकार बना सकती है। अगर आप वर्कआउट नहीं करते हैं तो रोजाना थोड़ी देर टहलें, घर की साफ-सफाई करें या फिर लिफ्ट के बजाए दिन में कई बार सीढ़ियां चढ़ें और उतरे।

फाइबर इनटेक पर ध्यान दें

फाइबर आपके मल को हार्ड बनाने का काम करता है, जो आपकी आंतों को मदद करता है कि वह फूड को आगे बढ़ाने का काम जारी रहे और काम सही तरीके से चलता रहे। इसलिए आपको अपनी डाइट में अधिक से अधिक फाइबर शामिल करना चाहिए। इसके लिए आप एक आसान तरीका अपना सकते हैं और वो है कि आप अधिक सब्जियां, फल, सेम, साबुत अनाज और नट्स खाएं। हां इस बात का जरूर ध्यान रखें कि फाइबर का ज्यादा सेवन न करें क्योंकि ज्यादा फाइबर भी कब्ज की परेशनी पैदा कर सकता है, जिसके कारण मल में खून आ सकता है।

खुद को हाइड्रेटेड रखें

अगर आप चाहते हैं कि आपका शरीर सही तरीके से काम करे तो जरूरी है कि आप हाइड्रेटेड रहें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से कब्ज जैसी समस्या को रोकने में मदद मिल सकती है। कुछ स्थितियों में मामूली डिहाइड्रेशन भी शरीर में पानी के संतुलन को बिगाड़ सकता है और पाचन संबंधी समस्याओं का शिकार बना सकता है। पानी की कमी के कारण आपकी बड़ी आंत में पहुंचना वाला उत्पाद बहुत हार्ड हो जाता है , जिसके बाद आपको मलत्याग में मुश्किल आ सकती है। इसलिए हर दिन कम से कम 4-5 लीटर पानी पीने की कोशिश करें।