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पीरियड्स के दौरान यीस्ट इंफेक्शन क्यों होता है? जानें यीस्ट इंफेक्शन को दूर करने के उपाय

पीरियड्स के दौरान यीस्ट इंफेक्शन क्यों होता है? जानें यीस्ट इंफेक्शन को दूर करने के उपाय
पीरियड्स के दौरान यीस्ट इंफेक्शन होने के कारण जानें।

पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाओं को यीस्ट इंफेक्शन हो जाता है। इसके पीछे कई कारण होते हैं। उन कारणों को जानकर इस समस्या को ठीक करने के लिए अपनाएं ये उपाय....

Written by Anshumala |Updated : March 1, 2021 12:42 AM IST

Yeast Infection During Period in Hindi: कुछ महिलाओं में पीरियड्स के दिनों में कई समस्याएं होती हैं, जैसे पेट दर्द, पेट में ऐंठन, कमर, जांघों, सिर आदि में दर्द, उल्टी होना आदि। हालांकि, ये सभी समस्याएं पीरियड्स के दिनों में हर महिला को होती है, क्योंकि ये कॉमन समस्याएं हैं। लेकिन, पीरियड्स के दिनों में यीस्ट इंफेक्शन (Yeast Infection) होना थोड़ी गंभीर समस्या हो सकती है। पीरियड्स में हेवी ब्लीडिंग, मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन होने के साथ ही यीस्ट इंफेक्शन (Yeast Infection in Hindi) होना इन समस्याओं को और अधिक बढ़ा देता है। आइए जानते हैं कि पीरियड्स के दौरान यीस्ट इंफेक्शन होने के कारण क्या हैं और इसका उपचार (How to treat Yeast Infection in Hindi) कैसे किया जा सकता है...

पीरियड्स के दौरान यीस्ट इंफेक्शन क्यों होता है? (Causes of Yeast Infection During Period)

जब आप एक ही पैड को काफी देर तक लगाए रहती हैं, तो इससे यीस्ट इंफेक्शन होने का खतरा (What causes Yeast Infection During Period) बढ़ जाता है। एक ही पैड को लगाए रहने से वेजाइना के पास नमी बनी रहती है। पीरियड्स के खून से बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। बैक्टीरिया से यीस्ट संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। पीरियड्स के दौरान यदि आपको भी यीस्ट इंफेक्शन हो जाए तो इन उपायों से इसे ठीक कर सकती हैं...

पीरियड्स में होने वाले यीस्ट इंफेक्शन को दूर करने के उपाय

1 पीरियड्स के दिनों में यदि आप साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखेंगी, तो आपको यीस्ट इंफेक्शन (How to treat Yeast Infection in Hindi) हो सकता है। इससे बचना चाहती हैं, तो पीरियड्स होने पर प्रत्येक 3-4 घंटे में पैड बदल दें। वेजाइना को अच्छी तरह से गुनगुने पानी से साफ करें, इससे बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन का खतरा कम रहता है।

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2 खानपान अनहेल्दी होने के कारण भी पीरियड्स के खून में टॉक्सिन्स अधिक निकलता है। इससे भी यीस्ट इंफेक्शन हो सकता है। जितना हो सके घर का बना ताजा भोजन करें। दूध, नारियल पानी, फलों और सब्जियों का जूस आदि पिएं। हेल्दी और पौष्टिक चीजें के सेवन से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही होता है। खून में थक्का नहीं जमता। आप एवोकाडो, हरी सब्जियों का सेवन खूब करें।

3 जितना हो सके इन दिनों एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट्स फूड्स खाएं। ये फूड्स यीस्ट इंफेक्शन के होने के रिस्क को काफी हद तक कम कर देते हैं। नींबू, अदरक, लहसुन, नारियल तेल आदि का सेवन अधिक करें। इनमें एंटी-बैक्टीरियल गुण अधिक होते हैं, जो यीस्ट इंफेक्शन के लक्षणों को कम कर देते हैं।

4 आजकल अधिकतर महिलाएं या युवतियां बार-बार पैड बदलने के चक्कर में टैम्पोन का इस्तेमाल करने लगी हैं। हालांकि, टैम्पोन सुरक्षित होता है, लेकिन इसे भी साफ करना चाहिए। इसे साफ नहीं करेंगे, तो वेजाइना में संक्रमण हो सकता है। लंबे समय तक एक ही टैम्पोन को पहनने से भी बचें वरना यीस्ट इंफेक्शन से बचना मुश्किल हो जाएगा।

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