जीभ भोजन को चबाने और निगलने में आसान बनाती है। इसकी सहायता से ही हम स्वाद का अनुभव कर पाते हैं । जीभ की ऊपरी सतह पेपिला और स्वाद कलिकाओं से ढकी होती है। जीभ का दूसरा कार्य है स्वर नियंत्रित करना। यह संवेदनशील होती है और लार द्वारा नम बनी रहती है साथ ही इसे हिलने-डुलने में मदद करने के लिए इसमें बहुत सारी तंत्रिकाएं तथा रक्त वाहिकाएं मौजूद होती हैं। इन सब के अलावा जीभ दातों की सफाई का एक प्राकृतिक माध्यम भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जीभ में होने वाले बदलाब आपके शरीर