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यदि आप अपनी सेहत और फिटनेस को संतुलित बना कर रखना चाहते हैं तो योग (Yoga For Thyroid) से अच्छा कोई उपाय नहीं हो सकता है। एक ऐसी बीमारी जो लगभग हर आयु वर्ग में तेजी से फैल रही है वह है थायरॉयड। इससे आपकी गर्दन के विभिन्न हार्मोन्स प्रभावित होते हैं। यदि आपका शरीर बहुत अधिक मात्रा में थायरॉयड बना लेता है तो आपके शरीर में एक अवस्था उत्पन्न हो सकती है जिसका नाम हाइपर थायरॉयडिज्म होता है और यदि आपके शरीर में थायरॉयड की मात्रा कम बनने लगती है तो उस अवस्था को हाइपो थायरॉयडिज्म कहा जाता है।
जिन लोगों के शरीर में अधिक थायरॉयड होता है उन्हें चिंता अधिक होने लग जाती है। वह हर समय परेशान होने लगते हैं और जिन लोगों के शरीर में थायरॉयड की मात्रा कम होती है उनकी याददाश्त कमजोर होने लगती है। वह किसी चीज पर फोकस करने में मुश्किल महसूस करते हैं। इसलिए यदि आप भी इन लोगों में से एक हैं तो उस थायरॉयड जागरूकता वाले महीने में हम आपके लिए लाए हैं कुछ ऐसे योग आसन जिन्हें करने से आप अपने शरीर को दुबारा से स्वस्थ बनाने में सहायता पा सकेंगे। तो आइए जानते हैं कौन कौन से हैं वह योग आसन।
भुजंगासन को कोबरा पोज़ भी कहा जाता है। इसके पीछे का कारण भी यही है कि इस आसन को करते समय मनुष्य एक सांप की अवस्था में आ जाता है। इससे आपकी गर्दन में खिंचाव महसूस होगा और इससे आपके शरीर में थायरॉयड की मात्रा अधिक होनी शुरू हो जाएगी। इसलिए इसे कम थायरॉयड वाले लोग अवश्य करें।
इस आसन को करने के लिए आपको सबसे पहले अपने पेट के बल जमीन पर लेट जाना है। अब अपनी हथेलियों को अपने कन्धों के नीचे रखें। अब सांस को अंदर की ओर खींचें और अपने ऊपरी शरीर को अपनी हथेलियों की मदद से उपर की ओर खींचें। अब अपने दोनों घुटनों को मोड़ लें व उन्हें ऊपर की ओर उठाएं। ध्यान रहे कि आपके दोनों पंजे आसमान की ओर इशारा कर रहे हो। अब सांस छोड़ दें। अपनी टांगों को नीचे की ओर लाएं। थोड़ी देर बाद फिर से इसी अवस्था को धारण करें।
यह आसन भी हाइपोथायरॉयडिज्म वाले लोगों के लिए लाभदायक रहता है। यह आपके शरीर में रक्त प्रवाह को सुचारू रूप से बहने में मदद करता है और आपके शरीर को भी स्वस्थ रखता है। यह आपके शरीर में थायरॉयड की मात्रा को बढ़ाने में भी सहायक होता है। अब जाने इस आसन को करने का तरीका और उठाइए लाभ।
इस करने के लिए सबसे पहले अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अपने घुटनों को इस प्रकार मोड़ लें कि वह दोनों एक साथ जुड़ने पर जमीन को छू सकें। अब उन्हें ऊपर की ओर उठा लें। आप अपनी निचली बॉडी को सहारा देने के लिए अपनी हथेलियों का प्रयोग कर सकते है। अपने दाएं पैर को आसमान की तरफ उठाएं। अपने घुटने को सीधा रखें। अब इस पैर को नीचे लाएं व दूसरे पैर के साथ ऐसा ही करें।