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प्रोटीन, उन तीन सबसे जरूरी पोषक तत्वों में से एक है, जिसकी हमारे शरीर को अंदरूनी कार्यों को करने के लिए बड़ी मात्रा में रोजाना आवश्यकता होती है। प्रोटीन हमारे जीवन का निर्माण खंड है और ये प्रत्येक कोशिका यानी की सेल और टिश्यू में मौजूद होता है। इसके अलावा, यह इम्यूनिटी को बढ़ाने और स्किन को अंदर से भी रिपेयर करने में भी सहायक होता है। यही कारण है कि स्वस्थ रहने की कोशिश कर रहे लोगों ने हाई प्रोटीन डाइट को अपनी जीवनशैली में जगह दी है। ज्यादातर लोग वजन घटाने और मांसपेशियों के निर्माण के लिए हाई प्रोटीन डाइट का विकल्प चुनते हैं। लेकिन हाई-प्रोटीन डाइट का विकल्प सिर्फ वजन घटाने वाले लोगों को ही नहीं चुनना चाहिए। हाई प्रोटीन डाइट निश्चित रूप से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से स्थिति लोगों के लिए और एक निश्चित आयु वर्ग के लोगों के लिए भी काफी अच्छी होती है। इस लेख में हम आपको ये बताएंगे कि किन लोगों को हाई प्रोटीन डाइट लेनी चाहिए और इससे शरीर को क्या-क्या फायदे होते हैं।
मांसपेशियों के निर्माण और उभार के लिए प्रोटीन का सेवन कितना महत्वपूर्ण है, यह कहने की जरूरत नहीं है। प्रोटीन एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो टिश्यू के निर्माण और उसे रिपेयर करने में अहम भूमिका निभाता है। यह इंटेंस वर्कआउट सेशन के बाद मांसपेशियों को रिकवर और रिपेयर करने में भी मदद करता है। प्रोटीन के पर्याप्त सेवन के बिना, मांसपेशियों का निर्माण करना असंभव है।
हम सभी इस बात से सहमत हैं कि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो दूसरों की तुलना में आसानी से वजन बढ़ा लेते हैं। एक दिन में जरूरत से ज्यादा भोजन करना आपके वजन में उतार-चढ़ाव शुरू कर सकता है। ऐसे लोगों के लिए प्रोटीन का सेवन बढ़ाना फायदेमंद है। प्रोटीन आपमें संतुष्टि की भावना को बढ़ाता है, असमय भूख को रोकता है और मांसपेशियों के होने वाले नुकसान को कम करता है। ये सभी चीजें एक व्यक्ति को स्वस्थ वजन का प्रबंधन करने में मदद कर सकती हैं।
36 से 55 आयु वर्ग के लोगों को अपनी डाइट में पर्याप्त प्रोटीन शामिल करना चाहिए। इस उम्र में अपनी डाइट के अंदर अतिरिक्त प्रोटीन शामिल करने से उम्र बढ़ने पर होने वाली मांसपेशियों की हानि को रोकने में मदद मिल सकती है। हालांकि, 50 के बाद लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का खतरा अधिक होता है। इसलिए, उन्हें साबुत अनाज और नट्स जैसे प्रोटीन पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
शाकाहारी डाइट को फॉलो करने वाले लोगों को अक्सर अपने भोजन से कम ही प्रोटीन मिलता है। यह शाकाहारियों को कई प्रकार के स्वास्थ्य मुद्दों के विकास के जोखिम में डालता है। इसलिए, शाकाहारियों को अपनी प्लेट में अतिरिक्त प्रोटीन एड करने की कोशिश करने की आवश्यकता है।
हाई प्रोटीन डाइट मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करती है, इसलिए यह हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों के लिए अत्यधिक फायदेमंद है। अंडरएक्टिव थायरॉयड ग्रंथि या हाइपोथायरायडिज्म से वजन बढ़ सकता है और वजन कम भी हो सकता है। प्रोटीन का सेवन बढ़ाने से मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिलता है और आपको वजन कम करने में मदद मिलती है।