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दूध को लेकर अक्सर बहस होती रहती है. आपके घर पर भी स्किम्ड दूध और पूरा दूध (Skimmed Milk vs Whole Milk) को लेकर कभी न कभी बहस हुई होगी. बदलते परिवेश और शहरीकरण ने इस बहस को और भी ज्यादा तेज कर दिया है. पहले के जमाने में दूध सिर्फ दूध होता था. जिसे आज पूरा दूध या आर्गेनिक दूध कहा जाता है वही दूध होता था. जब भी दूध के प्रकार की बात होती थी तो जानवरों के हिसाब से होती थी. लेकिन डेयरी उद्योग ने अब स्किम्ड, टोंड और फूल क्रीम जैसे दूध का बाजार बना दिया है. ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ बाजार की देन है. इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी हैं. हाल के कुछ शोधों ने स्किम्ड दूध और पूरा दूध (Skimmed Milk vs Whole Milk) की बहस को नये स्तर पर ला दिया है.
पूर्व के शोधों में यह पाया गया था कि आर्गेनिक दूध में फैट की मात्रा ज्यादा होती है, जो हार्ट हेल्थ के लिए ठीक नहीं होती है. लेकिन हाल के कुछ वर्षों में कई अन्य शोधों से पता चला कि आर्गेनिक दूध में पाया जाने वाला फैट उतना हानिकारक नहीं है.
पूरा दूध या आर्गेनिक दूध को लेकर एक और धारणा है कि यह वजन बढ़ाने का काम करता है. लेकिन डाइट एक्सपर्ट्स की मानें तो यह भी वैसा ही है जैसे आप कोई अन्य चीज की मात्रा जरूरत से ज्यादा लेते हैं तो उसका साइड इफेक्ट होता है.
डेयरी उद्योग ने दूध को कारोबार का हिस्सा बनाने के लिए दूध को कई फ्लेवर और प्रकार में बेचते हैं. वैसे तो बाजार में मिलने वाले स्किम्ड दूध का सेवन करना खराब नहीं है लेकिन वह आर्गेनिक दूध की तुलना में कम पोषण वाला होता है.
दूध पर हुए तमाम शोध में यह बात सामने आ चुकी है कि स्वास्थ्य और पोषण के लिए सामान्य अर्थात आर्गेनिक दूध ज्यादा अच्छा होता है. जहां तक मोटापा का सवाल है उसमें भी यह दूध ज्यादा फायदेमंद पाया गया है. क्योंकि पूरे दूध में पाया जाने वाला फैट शरीर के लिए हेल्दी फैट होता है.
पूरे दूध में कैल्शियम, ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन डी जैसे पोषक तत्व पाये जाते हैं. लेकिन स्किम्ड दूध में इन सब पोषक तत्वों की मात्रा भी कम हो जाती है.
जो लोग लैक्टोज इनटॉलेरेंस के शिकार होते हैं उनके लिए पूरा दूध या आर्गेनिक दूध ठीक नहीं होता है.
लैक्टोज इनटॉलेरेंस वाले इंसान को पूरा दूध की जगह पनीर और दही को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.
अगर आप स्किम्ड दूध बनामा आर्गेनिक दूध (Skimmed Milk vs Whole Milk) की बहस से परेशान हैं तो आपको एक बात यह समझनी होगी कि वास्तविक दूध ही बेहतर विकल्प है.
वास्तविक दूध या पूरा दूध अगर आप अधिक मात्रा में उपयोग करेंगे तो वह भी उसी तरह से नुकसान पहुंचाता है जैसे अन्य खाद्य पदार्थ.
कुछ डाइट एक्सपर्ट्स प्रेगनेंसी में स्किम्ड दूध या लो फैट दूध पीने की सलाह देते हैं.