Vitamin B Complex Tablet Uses In Hindi: विटामिंस और मिनरल्स शरीर को स्वस्थ रखने और उसके पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रोजमर्रा की डाइट से प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट्स के अलावा विटामिंस और मिनरल्स जैसे न्यूट्रिएंट्स की पर्याप्त खुराक प्राप्त हो सकती है। विटामिन B12 शरीर के सबसे महत्वपूर्ण विटामिन (Important vitamins for human body) में से एक है। शरीर में इस विटामिन का उचित स्तर मेटाबोलिज्म और मनोस्थिति को बेहतर बनाए रखने में भी सहायता करता हैं। इसलिए विटामिन B12 की कमी शरीर के इन कार्यो में बाधा खड़ी कर सकती है। विटामिन बी 12 शरीर में कम होने पर (Vitamin B12 deficiency) कई तरह की परेशानी पैदा कर सकता है। यदि आपके शरीर में विटामिन B12 की कमी 5 साल से ज्यादा रह जाए तो इसके परिणाम काफी गंभीर हो सकते हैं। क्योंकि इस विटामिन की भूमिका शरीर के कुछ प्रक्रियाओं के लिए इतनी मौलिक और ज़रूरी होती है की कुछ लोग इसे “ऊर्जा देनेवाला विटामिन” भी कहते हैं।
हम आमतौर पर भोजन से विटामिन B12 (Vitamin B12 sources) प्राप्त कर सकते हैं। हालाँकि, कुछ अवसरों पर इस विटामिन के उचित स्तर को बनाए रखने के लिए साल में कम से कम दो बार इसकी अतिरिक्त खुराक लेना ज़रूरी होता है। (Vitamin B Complex Tablet Uses In Hindi)
यह डीएनए के उत्पादन के लिए ज़रूरी होती है। यह तंत्रिका कोशिकाओं, रक्त कोशिकाओं और शरीर में सभी जेनेटिक सामग्रियों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है।हमारे शरीर में विटामिन B12 मूत्र में मौजूद नहीं होती है। वास्तव में यह हमारे लीवर, किडनी तथा अन्य अंगों में मौजूद रहती है जहाँ से हमारा शरीर इसका उपयोग करता है।
यह अन्य वजहों से भी हो सकती है। लेकिन ये लक्षण दिखाई देने पर इस बात की जाँच अवश्य कराएं कि आप विटामिन बी12 की पर्याप्त मात्रा का सेवन कर रहे है कि नहीं।
कभी-कभी इस विटामिन की कमी के कारण थकान, निराशा, उदासीनता, प्रेरणा की कमी, या बार-बार मनोस्थिति के बदलने जैसे दैनिक संकेत भी दिख सकते हैं। डिप्रेशन इन सभी लक्षणों का एक कारण है, लेकिन केवल यही एकमात्र कारण नहीं है।
यदि आपको ऐसा लगे कि आपको मनोवैज्ञानिक मदद की आवश्यकता है तो ऐसा सोचना कोई बुरी बात नहीं है। लेकिन आप अपने शरीर में विटामिन B12 के स्तर को बढ़ाने की कोशिश करें। हो सकता है, इन सभी परेशानियों और लक्षणों का यह एक तत्काल समाधान हो।
विटामिन B12 की कमी के कई अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं। इसलिए इसकी संभावना है कि हम इन सभी लक्षणों के होने के बावजूद इन्हें पहचान न पाए। कुछ अध्ययनों में अल्जाइमर रोग का विकास विटामिन B12 की कमी के साथ जुड़ा पाया गया हैं।
इसके अलावा विटामिन बी 12 की कमी के कारण स्मृति से जुड़ी समस्याएँ, एकाग्रता में कमी, भ्रम और स्थायी रूप से भूलने की बीमारी भी हो सकती है। कुछ मामलों में यह ब्रेन स्ट्रोक का कारण भी बनता है।
डिजनरेटिव बीमारियों की शुरुआत होने के कारकों में से एक कारक मस्तिष्क के द्रव्यमान में कमी होना है। शरीर में विटामिन B12 का उचित स्तर बनाकर आप बहुत कम समय में ही डिजनरेटिव बीमारियों के प्रभाव को पलट सकते हैं। हालांकि यह केवल तब तक संभव है जब तक ये बीमारियाँ बहुत जटिल स्तर पर न पहुँची हों।
कभी-कभी, विटामिन B12 की कमी वाले लोगों को कब्ज़ या दस्त की परेशानीहो सकती है। यह परेशानी प्रत्येक व्यक्ति के सामान्य स्वास्थ्य पर आधारित होती है।
चक्कर आनेकी शुरुआत भी इस विटामिन की कमी का लक्षण हो सकती है जो बेहोश होने की स्थिति तक भी पहुँच सकती है। यदि आपको कभी-कभी आनेवाला चक्कर कुछ समय के लिए रहता है तो आपको इस पर विशेष ध्यान देना होगा।
यद्यपि एनीमिया शरीर में आयरन की कमी के कारण होता है। लेकिन अगर आयरन की कमी के साथ-साथ विटामिन B12 की भी कमी हो तो यह एनीमिया की स्थिति को और भी खराब कर सकता है। इस विटामिन की कमी से लाल रक्त कोशिकाओं में भी कमी आती है जिससे एनीमिया तथा अन्य रक्त से जुड़ी समस्याएँ हो सकती है।
इस विटामिन की कमी के अन्य लक्षणों में भूख, दस्त, या दैनिक गतिविधियों को करने में गंभीर समस्याओं का सामना करना शामिल है।
अन्य, कम स्पष्ट लक्षणों में त्वचा के रंग में संभावित परिवर्तन ( हल्के पीले रंग से पूरा पीला हो जाना) तथा रिफ्लेक्स एक्शन यानी प्रतिवर्ती क्रियाओं में कमी होना शामिल हैं। यह लक्षण तंत्रिका तंत्र की गतिविधियों में कमी आने के कारण उत्पन्न होता है।
विटामिन B12 की कमी आपकी भूख को भी कम कर सकती है। इस मामले में सावधान रहना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि यह केवल भोजन की बात नहीं है, बल्कि शरीर को मिलने वाले पोषण की भी बात है।
यदि पर्याप्त मात्रा में भोजन नहीं ग्रहण किया गया तो शरीर को ज़रूरी पोषक तत्व नहीं मिले सकेंगे। यह याद रखें कि अगर आप भोजन करना बंद कर देंगे तो आप एनीमिया से संबंधित समस्याओं के शिकार हो सकते हैं।
क्या आप हमेशा से हर स्थिति में शांति से बिना घबराहट के काम करनेवाले व्यक्ति थे? लेकिन अब अचानक आपके स्वभाव में एक अनियंत्रित घबराहट की प्रवृति दिखने लगी है? यदि ऐसा है तो यह विटामिन B12 की कमी का संभावित परिणाम हो सकता है।
इसके अलावा, इससे प्रभावित लोगों में विचलित होने के लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। यह घबराहट की स्थिति शुरुआत में कभी-कभी होती हैं। धीरे-धीरे यह नियमित रूप से अधिक से अक्सर होने लगती है।
छाती में दर्द, इस विटामिन की कमी का एक बहुत ही स्पष्ट लक्षण है। विटामिन B12 की कमी के कारण स्टर्नम (गर्दन से लेकर पेट तक की हड्डी) के आस-पास की माँसपेशियों में कमजोरी आने लगती है। यह स्टर्नोकॉन्ड्राइटिस का कारण भी बनती है जिसमें छाती के जोड़ों में कमजोरी आने के परिणामस्वरूप तीव्र दर्द होने लगता है।
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