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Healthy Eating Tips: कोरोना महामारी के कारण जहां लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का पालन करना पड़ रहता है। वहीं, खुद को इस जानलेवा वायरस (Coronavirus Pandemic) की चपेट में आने से बचाने के लिए भी निरंतर प्रयास करने पड़ रहे हैं। इसी दिशा में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी हर तरीके से लोगों को जागरूक करने और उन्हें इस इंफेक्शन से बचने में मदद के लिए प्रयास कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों को कोरोना महामारी के दौरान सुरक्षित भोजन खाने की सलाह भी दी है। गौरतलब है कि, बरसात का मौसम शुरु हो गया है और इस मौसम में फूड पॉयजनिंग (Food Poisoning) से जुड़ी समस्याएं बहुत अधिक देखी जाती हैं। ऐसे में प्रदूषित भोजन खाने से बीमारियों का ख़तरा और अधिक बढ़ जाता है। (Health Tips in hindi)
हाल ही में संस्था ने एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि किस तरह लोग अपने भोजन को हेल्दी और इंफेक्शन-फ्री रख सकते हैं। इस वीडियो को WHO's Five Keys To Safer Food के शीर्षक के साथ सोशल प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किया गया है। (Healthy Eating Tips)
इस वीडियो मेंवर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने बताया है कि, फ्रिज में खाना स्टोर करने का सही तरीका क्या है। साथ ही इस वीडियो में जानकारी दी गयी है कि फ्रिज में रखे खाद्य पदार्थों को वायरस, फंगस और बैक्टेरिया से बचाने के लिए क्या प्रयास किए जाने चाहिए। वीडियो में दी गयी जानकारी के अनुसार, स्टोर करके रखे गए भोजन में आमतौर पर 3 प्रकार के माइक्रोऑर्गेनिज़्म होते हैं। जो हैं, बैक्टीरिया, वायरस और फंगस। (Healthy Eating Tips) इस वीडियो में भोजन ख़राब होने से जुड़ी प्रक्रिया माइक्रोऑर्गेनिज़्म के बारे में भी बताया गया है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, सबसे पहले होने वाले माइक्रोऑर्गेनिज़्म आपके भोजन का स्वाद बढ़ाने और उसकी पौष्टिकता बढ़ाने का कार्य करते हैं। जबकि, दूसरे स्तर के माइक्रोऑर्गेनिज़्म भोजन का स्वाद बर्बाद कर देते हैं। जिससे, भोजन से बदबू आने लगती है। तो वहीं, माइक्रोऑर्गेनिज़्म का तीसरा प्रकार वह है, जिसमें, भोजन का स्वाद और महक, कुछ भी समझ नहीं आती।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक ,तीसरे प्रकार के माइक्रोऑर्गेनिज़म जिन्हें पैथोजेनिक माइक्रोऑर्गेनिज़म के नाम से भी जाना जता है। उनसे, सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। दरअसल, भोजन के माध्यम से जब ये माइक्रोऑर्गेनिज़्म पेट में पहुंचते हैं। तो, उससे कई प्रकार की समस्याएं होने लगती हैं। उल्टी, पेट दर्द, लूज मोशन, डायरिया और बुखार जैसी समस्याएं प्रदूषित भोजन की वजह से होने वाली सबसे कॉमन बीमारियां है।
इस तरह का माइक्रोऑर्गेनिज़्म तेज़ी से पनपना और बढ़ता है। यह तेज़ी से शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित करता है। जिससे, वहां भी परेशानियां दिख सकती हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक पैथोजेनिक माइक्रोऑर्गेनिज़म काफी नुकसानदायक होते हैं पर, राहत भरी बात यह है कि कुछ बातों का ख्याल रखकर इनसे बचा भी जा सकता है।