मोतीचूर का लड्डू गणेश भगवान का सबसे पसंदीदा प्रसाद है।
Written by akhilesh dwivedi|Updated : September 11, 2018 9:11 PM IST
भारत के बारे में एक बात कही जाती है कि यह त्योहारों का देश है यह बात काफी हद तक सही भी है। उन्हीं त्योहारों में से एक गणेश चतुर्थी का त्योहा भी बहुत ही धूमधाम से भारत में मनाया जाता है। वैसे अगर खास नजर से देखें तो इसका मुख्य केंद्र महाराष्ट्र में रहता है। गणेश जी को कई तरह के प्रसाद चढ़ाए जाते हैं। मोतीचूर का लड्डू गणेश भगवान का सबसे पसंदीदा प्रसाद है। अगर इसे बाजार से खरीदने के बजाय बनाकर चढ़ाया जाय तो यह ज्यादा अच्छा होगा। हेल्थी लाइफ के लिए घर की बनी हुआ पकवान ज्यादा बेहतर होता है।
बेसन को आधे कप और एक बड़े चम्मच पानी के साथ एक बड़े से बाउल में डालकर अच्छी तरह फेंटें ताकि बिना गुठली का एक चिकना घोल बन जाए। इस मिश्रण को छलनी से छानकर एक दूसरे बाउल में डालें।
एक गहरे नॉन स्टिक पैन में चीनी और आधे कप पानी को, लगातार चलाते हुए, पकाएँ जब तक चीनी पूरी तरह घुल जाए। दूध डालें और जब मैल ऊपर तैरने लगे उसे निकालकर फेंकें। फिर मिश्रण को पकाएँ जब तक एक तार की चाशनी बन जाए।
एक कढ़ाई में आवश्यकतानुसर तेल मध्यम आँच पर गरम करें। घोल में छोटे-छोटे छेंद वाला झारा डुबोकर, अधिक घोल झटक दें, फिर उसे कढ़ाई के किनारे पर हल्का थपथपाएँ ताकि तेल में छोटे-छोटे बूँदी गीरे। एक दूसरे झारा से यह बूँदी एकत्र करें और तेल में से निकालकर चाशनी में डालें।
इसी तरह पूरा घोल खतम होने तक बूँदी बना लें। बूँदी चाशनी में एक घन्टे तक सोखने दें ताकि वे नरम हो जाए। अधिक चाशनी निचोड़ कर बूँदी के नींबु के आकार के लड्डू बना लें। पिस्ते से सजाकर परोसें।