अगर आप बहुत व्यस्त हैं, खाना नहीं बना सकते, तो बेहतर है कि आप ताजे फल खाएं। बासी खाना (Stale food hazards) आपका पेट तो भर देगा पर इससे आपकी सेहत को कई नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। आहार विशेषज्ञ मानते हैं कि बरसात के मौसम में यानी मॉनसून में दो घंटे में ही खाना बासी (Stale food hazards) होने लगता है। जबकि चार घंटे से ज्यादा समय पहले बना खाना तो स्वास्थ्य के लिए जहर (Stale food hazards) साबित हो सकता है। आइए जानें इसके नुकसान –
अमूमन सुबह का बना खाना लोग दोपहर को खाते ही हैं। पर आहार विशेषज्ञों का मानना है कि यह चार घंटे से ज्यादा पुराना हुआ तो यह आपकी सेहत को फायदा देने की बजाए नुकसान दे सकता है। असल में चार घंटे के बाद भोजन में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो सभी पोषक तत्वों को नष्ट कर देते हैं। इसके बाद खाया गया खाना सेहत के किसी काम का नहीं। मॉनसून में तो यह और भी खतरनाक है।
दो घंटे बाद ही भोजन कमरे के तापमान के साथ रिएक्ट करने लगता है। कमरे का तापमान जितना ज्यादा होगा, भोजन में उतने अधिक बैक्टीरिया पनपेंगे। जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। बासी खाना खाने अकसर खट्टी डकार, अपच, कब्ज और गैस की समस्या भी हो सकती है।
तय अवधि के बाद तक रखा गया खाना असल में सेहत के लिए जहर है। इसमें वे सभी हानिकारक तत्व उत्पन्न होने लगते हैं, जो हमारे पेट में जाकर गड़बडि़यां पैदा करते हैं। इससे फूड पॉइजनिंग की समस्या भी हो सकती है। उल्टी, दस्त और सिर दर्द की समस्या इसके लक्षण हैं। अगर आप फ्रिज में रखा खाना ही खाते हैं तो गैस, एसिडिटी और पेट दर्द की शिकायत भी बढ़ने लगती है।
बासी खाना खाने से होने वाली फूड पोइज़निंग अपने साथ डायरिया को भी ला सकती है जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है और इस वजह से शरीर काफी कमजोरी महसूस करता है। डिहाइड्रेशन के बाद शरीर को संभालना काफी मुश्किल हो जाता है।
अगर आप ढेर सारा खाना बनाकर फ्रिज में रख लेते हैं, तो यह भी आपकी सेहत के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक है। बासी खाने में पोषक तत्व नष्ट हो चुके होते हैं। इसका सेवन करना शरीर पर अनावश्यक लोड डालना है। इससे लिवर और आंत संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
बासी खाने में वह स्वाद नहीं रहता, जो ताजे पके खाने में होता है। यह स्वाद भी पोषक तत्वों के कारण आता है। ताजा बना खाना पोषक तत्वों से भरपूर होता है। जबकि बार-बार गरम होने की प्रक्रिया में भोजन के पोषक तत्व और स्वाद दोनों ही नष्ट हो जाते हैं।
आहार का असर सिर्फ शरीर पर ही नहीं, आपके मूड पर भी पड़ता है। अगर आप स्वादिष्ट, पौष्टिक और ताजा खाना खाएंगे तो आपका मूड भी अच्छा रहेगा। असल में पौष्टिक तत्वों से भरा खाना तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन को कम कर हैप्पीनेस बढ़ाता है। जबकि बासी खाना तनाव और अवसाद में बढ़ोतरी करता है।
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