उच्च रक्तचाप यानी हाइपरटेंशन हृदय को प्रभावित करती है। उच्च रक्तचाप का लक्षण जल्दी नजर नहीं आता इसलिए इस स्थिति को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। यदि समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो यह दिल की बीमारियों जैसे कि दिल का दौरा और गुर्दे की बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकता है। कुछ दवाओं आहार परिवर्तन नियमित शारीरिक गतिविधि और अन्य जीवनशैली में बदलाव लाकर उच्च रक्तचाप को कम किया जा सकता है। दूसरा तरीका यह भी हो सकता है कि आप अपने ब्लड प्रेशर को निरंतर जांच