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लो-कार्ब डाइट कब हो सकती है खतरनाक

लो-कार्ब डाइट कब हो सकती है खतरनाक
लो-कार्ब डाइट के साइड इफेक्ट और खतरे.

वजन घटाने के लिए लो-कार्ब डाइट सबसे ज्यादा अपनाए जाना वाला तरीका बन गया है. लेकिन इसकी वजह से शरीर में होने वाले सारे बदलाव हेल्थ के लिए ठीक नहीं होते हैं. हाल ही में जापान में हुए एक शोध में यह बात सामने आयी है कि अधिक लो-कार्ब डाइट लेने से उम्र जल्दी बढ़ती और जल्द मौत का खतरा भी बढ़ जाता है.

Written by akhilesh dwivedi |Updated : September 1, 2019 8:46 PM IST

लो-कार्ब डाइट का चलन हाल के वर्षों में बहुत तेजी बढ़ रहा है. वजन घटाने के लिए लो-कार्ब डाइट सबसे ज्यादा अपनाए जाना वाला तरीका बन गया है. लेकिन इसकी वजह से शरीर में होने वाले सारे बदलाव हेल्थ के लिए ठीक नहीं होते हैं. हाल ही में जापान में हुए एक शोध में यह बात सामने आयी है कि अधिक लो-कार्ब डाइट लेने से उम्र जल्दी बढ़ती और जल्द मौत का खतरा भी बढ़ जाता है. हाल के वर्षों में लो कार्ब डाइट का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है. वजन कम करने के लिए और वजन कम रखने के लिए महिलाएं लो कार्ब डाइट का सबसे ज्यादा सेवन करती हैं. लो-कार्ब डाइट अगर लेते हैं तो इसे बारे में ये जानकारी जरूर रखें.

क्या कहता है शोध

जापानी विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर का कहना है कि "आंत की चर्बी घटाने और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए लो-कार्ब डाइट फायदेमंद होती है. लेकिन इसके लिए डाइट एक्सपर्ट्स की निगरानी बेहद जरूरी है."

लो-कार्ब डाइट के नुकसान

वजन घटाने के लिए लो-कार्ब डाइट का सेवन फायदेमंद तो होता है. लेकिन ज्यादा समय तक लगातार कम कार्बोहाइड्रेट के सेवन से शरीर पर बुरे असर भी होते हैं. आइए जानते हैं लो-कार्ब डाइट से होने वाले नुकसान के बारे में.

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कार्बोहाइड्रेट की कमी क्यों है खतरनाक ?

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लीवर ठीक से काम नहीं करता 

लीवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है. लंबे समय तक लो-कार्ब डाइट लेने से लीवर की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है.

कार्बोहाइड्रेट की कमी की वजह से लीवर फैट और प्रोटीन से ग्लूकोज बनाने लगता है. जिससे शरीर में अमोनिया का स्तर बढ़ने लगता है.

विटामिन और पोषक तत्वों की कमी

शरीर के लिए सभी पोषक तत्वों वाली डाइट जरूरी होती है. जब जरूरत से ज्यादा कम कार्बोहाइड्रेट का सेवन किया जाता है तो शरीर को कई पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं.

इसके कारण शरीर में विटामिन बी 12 और विटामिन डी की कमी हो सकती है. इसकी वजह से कैल्शियम, मैग्नीशियम की भी कमी हो जाती है.

मांसपेशियां होती हैं कमजोर 

कार्बोहाइड्रेट की कमी से इलेक्ट्रोलाइट का लेवल कम होता है. जिससे शरीर की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं.

कमजोर मांसफेशियों की वजह से थकान और ऐंठन की समस्या होने लगती है.

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दिमाग पर भी पड़ता है असर 

दिमाग के बेहतर संचालन के लिए ग्लूकोज की जरूरत होती है. शरीर का 50 प्रतिशत ग्लूकोज दिमाग द्वारा ही उपयोग किया जाता है.

शरीर में ग्लूकोज कार्बोहाइड्रेट के माध्यम से बढ़ता है. कम कार्बोहाइड्रेट की वजह से दिमाग के लिए जरूरी ग्लूकोज नहीं मिल पाता है.

एक दिन में कार्बोहाइड्रेट की कितनी मात्रा 

कार्बोहाइड्रेट की मात्रा खाने में कितनी होनी चाहिये यह इंसान की उम्र, वजन, लम्बाई और लिंग पर निर्भर करता है.

सामान्यतौर पर बात करें तो एक हेल्दी इंसान को 130 ग्राम कार्बोहाइड्रेट की जरूरत रोज पड़ती है.

हेल्दी कार्बोहाइड्रेट के लिए क्या खाएं 

अगर आप वजन कम कर रहे हैं और लो-कार्ब डाइट ले रहे हैं तो आपको हेल्दी कार्बोहाइड्रेट वाले पदार्थ खाने में शामिल करना चाहिए.

ब्राउन राइस, गेहूं, ज्वार, बाजरा, रागी, दाल जैसे खाद्य पदार्थ हेल्दी कार्बोहाइड्रेट देते हैं.