डायबिटीज की बीमारी आने वाले वर्षों में जिस तरह बढ़ रही है, वह बच्चों को भी अपनी जद में ले रही है. जिनके माता-पिता डायबिटीज के मरीज होते हैं उनके बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज की संभावना (How is a child diagnosed with diabetes) बहुत अधिक होती है. टाइप 2 डायबिटीज रोगी में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है. डायबिटीज की वजह से शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है. जो लोग टाइप 2 डायबिटीज के शिकार होते हैं उनका ब्लड शुगर बहुत तेजी से बढ़ता है. दुनियाभर में टाइप 2 डायबिटीज के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं. डायबिटीज के शिकार बच्चे बहुत तेजी से हो रहे हैं. एक आंकड़े के अनुसार दुनियाभर में 2011-12 के बीच में लगभग 23 प्रतिशत बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज की बीमारी पायी गयी थी. वर्तमान समय में यह आंकड़ा और भी बढ़ चुका है.
बदलती जीवनशैली और खान-पान ने बच्चों को मोटापा का शिकार बनाया है. अधिक वजन वाले बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. मोटापा के शिकार बच्चों में इंसुलिन बनने की प्रक्रिया धीमी होने लगती है, जो बाद में टाइप 2 डायबिटीज में बदल जाता है.
दूसरा सबसे प्रमुख कारण आनुवंशिकी को माना जाता है. जिन बच्चों के माता-पिता टाइप 2 डायबिटीज के शिकार होते हैं उनके बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज की संभावना कई गुना ज्यादा होती है.
बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण अगर पहले से पहचान लिए जाएं, इससे बचा जा सकता है. कुछ मामलों में टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण देर से दिखाई देते हैं. लेकिन कुछ लक्षण अगर माता-पिता ध्यान में रखें तो अपने बच्चों को डाइट 2 डायबिटीज से बचा सकते हैं.
अगर आपका बच्चा बार-बार खाना खाता है तो यह टाइप 2 डायबिटीज का लक्षण हो सकता है. शरीर में जब इंसुलिन बनना कम हो जाता है, तो शरीर ऊर्जा की पूर्ति के लिए बार-बार भूख का एहसास कराता है. यह डायबिटीज का एक शुरुआती लक्षण माना जाता है.
कई बार बच्चों में अधिक प्यास की शिकायत होती है. कुछ मामलों में यह टाइप 2 डायबिटीज की वजह से होता है. कुछ मामलों में यह टाइप 1 डायबिटीज भी होता है. लेकिन अग बहुत अधिक प्यास की शिकायत बच्चा करता है तो इसे इग्नोर न करें.
बच्चें वैसे तो बहुत चंचल और खेलने के लिए परेशान रहते हैं. लेकिन अगर बच्चा बहुत जल्दी थकान का अनुभव करता है, तो यह ब्लड शुगर की अधिकता की वजह से हो सकता है. बच्चा अगर जल्दी थकान का अनुभव करता है, डायबिटीज की जांच जरूर कराएं.
डायबिटीज का यह सबसे प्रमुख लक्षण माना जाता है. अगर बच्चे में बार-बार पेशाब करने की शिकायत है, तो यह डायबिटीज की शुरुआत हो सकती है. शरीर में जब शुगर की मात्रा अधिक होने लगती है तो इंसान को अधिक पानी पीने और बार-बार पेशाब करने की जरूरत महसूस होती है.
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए डेली डाइट चार्ट.
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