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मानसून का सीजन अपने साथ कई बीमारियां लाता है। खासकर, समस्या सबसे ज्यादा उन्हें होती है, जिन्हें डायबिटीज है। ऐसे में डायबिटीज पीड़ित को अपनी सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए। देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे कंट्रोल में न रखा गया तो आप कई अन्य रोगों की चपेट में आ सकते हैं। डायबिटीज होने का मुख्या कारण अनुवांशिक होता है, लेकिन खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण भी यह समस्या बढ़ती जा रही है।
जिन्हें डायबिटीज है, वो अपने खानपान और जीवनशैली पर अधिक ध्यान देकर ही खुद को स्वस्थ रख सकते हैं। बारिश के मौसम में भी आपको खुद पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इस मौसम में नमी, उमस के कारण फंगल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखें। खाने में अधिक से अधिक हेल्दी चीजें शामिल करें।
घाव, फोड़े-फुंसी या स्किन इंफेक्शन उन्हें अधिक होता है, जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है। ऐसे लोग संक्रमण की चपेट में भी जल्दी आते हैं। यह समस्या डायबिटीज के रोगियों के साथ भी होता है। ऐसे लोग जब बारिश में भीगते हैं, तो उनके पूरे शरीर में तेज खुजली होने लगती है। डायबिटीज के मरीजों को अपने पैरों का खासतौर पर ख्याल रखना। गंदे पानी की वजह से पैरों में जल्दी इन्फेक्शन हो जाता है। गंदे पानी में मौजूद बैक्टीरिया पैरों में चिपक जाते हैं, जो शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकते हैं।
Monsoon Foot Care : बस, इन 6 बातों को रखें याद, मानसून में नहीं होगा फुट इंफेक्शन
1 डायबिटीज रोगी इस मौसम में बाहर खाने से बचें। गंदे और संक्रमित पानी ना पिएं। इससे डायरिया या कालरा जैसी बीमारियां होने का खतरा रहता है।
2 अपने खाने का एक रूटीन बनाएं और हर दिन उसी समय पर खाएं। घर पर बना ताजा खाना खाएं। खाने में हरी सब्जियों को अधिक शामिल करें।
3 इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए पानी, फलों का जूस और नारियल पानी पिएं। गर्म तासीर वाली चीजें सूप, अदरक की चाय भी पीने से आप हेल्दी रह सकते हैं।
4 खाने से पहले फलों और सब्जियों को अच्छी तरह से धो लें। घर से बाहर जा रहे हैं, तो स्नैक घर से ही ले जाएं।
5 इस सीजन में नियमित अंतराल पर अपने शुगर लेवल, आंखों की चेकअप करवाते रहें।
6 पैरों को साफ और सूखे कपड़े से पोछते रहें। मोजे पहनने से पहले पैरों में पाउडर लगा लें। भीगे हुए पैरों को तुरंत पोछ लें। गीले मोजे ना पहनें। अंगूठो के आसपास वाले हिस्से को देखते रहें कि कहीं उस हिस्से में कोई घाव या इन्फेक्शन तो नहीं हो रहा है।
7 पैरों को साबुन और पानी से धोना काफी नहीं है। मेडिकेटेड सोप और डिटॉल का यूज करें। इसके अलावा पैरों की उंगलियों के नाखूनों को छोटा और साफ रखें।