Don’t Miss Out on the Latest Updates.
Subscribe to Our Newsletter Today!
डिप्रेशन के मरीज लोगों से काफी कुछ छिपाने की कोशिश करते हैं। वो कैसा महसूस कर रहे हैं, इस बारे में भी किसी से बात नहीं करते। उन्हें इसमें या तो शर्मिदगी महसूस होती है, या फिर गुनाह। उन्हें ऐसा लगता है, कि सामने वाला उनकी भावनाओं को समझेगा नहीं, इसलिए वो कभी-कभी अकेलापन महसूस करने लगते हैं। वास्तव में यह सिर्फ उदासी नहीं है, वो अपनी मानसिक स्थिति को किसी से भी साझा नहीं कर पाते। हालांकि, डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए हमेशा सकारात्मक सोचे जाने की सलाह दी जाती है। लेकिन हमेशा सकारात्मक बने रहना भी मुमकिन नहीं है। डिप्रेशन आपको औरों से अलग कर देता है। आप उन चीजों का आनंद नहीं ले पाते जिनको आप बेहद पसंद करते हैं। डिप्रेशन से ग्रसित लोग अक्सर शर्म, अपराधबोध और लाचारी जैसी भावनाओं से जूझते रहते हैं। वो इन सब चीजों को अपनी बातचीत में नहीं लाना चाहते। उन्हें हमेशा लग सकता है कि वो लाइफटाइम ऐसे ही चलते रहेंगे। लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक डिप्रेशन के चलते लोग कौन सी बातों को साझा नहीं करना चाहते ये उनकी भावनाओं और मूड पर पूरी तरह से निर्भर करता है।
डिप्रेशन से पीड़ित लोग अपनी सभी भावनाओं को शब्दों के जरिये व्यक्त नहीं कर पाते। अकेलपन की भावना भी उन्हीं भावनाओं में से एक है। डिप्रेशन से ग्रसित लोगों को ऐसा लग सकता है, कि दूसरे उनकी स्थिति को नहीं समझेंगे और उनकी मानसिक स्थिति के बारे में खुलकर बात नहीं करेंगे।
डिप्रेशन के मरीज एक समय के बाद अपनी इस कमी से लड़ने की कोशिश करना शुरू कर देते हैं। वो दूसरों को यह बताने का तरीका अपनाते हैं कि वो कितना अच्छा महसूस कर रह रहे हैं। ताकि कोई उनकी तरफ अतिरिक्त ध्यान ना रख पाए।
आप वास्तव में कितने ज्यादा थके हुए महसूस करते हैं, खासकर तब जब डिप्रेशन के दौरान आप समान्य दिखने के लिए ज्यादा कोशिश करने लगते हैं।
डिप्रेशन के मरीज लोगों के साथ आमतौर पर ज्यादा घुलना मिलना पसंद नहीं करते हैं। वो लोगों को इसकी सही वजह भी नहीं बताते। सोशली तौर पर लोगों से दूर रहने का उनके पास हमेशा शारीरिक समस्या से जुड़ा कोई ना कोई बहाना रहता है।
डिप्रेशन से ग्रसित लोगों के पास एनर्जी की काफी ज्यादा कमी रहती है। जिस वजह से वह रोज मर्रा के काम करना भी टाल देते हैं। हालांकि वह इस बात को लोगों से साझा नहीं करते और ना ही ऐसा करने में सहज रहते हों। इसलिए वो असल कारण को छिपाते हैं, कि वो किस वजह से काम करने में असमर्थ हैं।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक डिप्रेशन से जो भी व्यक्ति पीड़ित रहेगा, उसके मन में इन सभी चीजों को छिपाने की तीव्र इच्छा रहती है। इन्हीं कारणों की वजह से वो खुद को सबसे ज्यादा कमजोर महसूस करते हैं। हालांकि इसमें उनको सुरक्षा भी महसूस होती है। लेकिन शर्म और अकेलापन ऐसे लोगों के जीवन में पूरी तरह अंधेरा कर देता है।
Follow us on