मानसून आते ही सबसे ज्यादा डेंगू के होने का खतरा बढ़ जाता है। बारिश के मौसम में मच्छर भारी संख्या में पनपते हैं, जो डेंगू, चिकगुनिया, मलेरिया जैसे रोगों के होने का कारण बनते हैं। डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या हॉस्पिटल में अधिक नजर आने लगती है। हालांकि, कुछ बातों का ख्याल रखा जाए, तो आप डेंगू से अपना बचाव कर सकते हैं। सबसे पहले तो आपको मच्छरों से बचने के लिए उचित उपाय करना अभी से ही शुरू कर देना चाहिए। डेंगू में तेज बुखार लगातार तीन-चार दिनों तक बना रहता है, इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं। आप डेंगू का इलाज घरेलू नुस्खों से भी कर सकते हैं।
डेंगू होने का सबसे पहला लक्षण है, तेज बुखार जो 104 डिग्री तक पहुंच जाता है। बुखार का कंट्रोल करना जरूरी है साथ ही इसे दो दिन से ज्यादा नजरअंदाज भी नहीं करना चाहिए। बुखार होने पर मरीज के जोड़ों और सिर में दर्द होता है। खून में प्लेटलेट्स काफी कम हो जाता है। यदि आपको दो-तीन दिनों से तेज बुखार रह रहा है, तो डॉक्टर से एक बार जरूर मिल लें। यदि टेस्ट करवाने पर डेंगू पॉजिटिव आता है, तो डॉक्टर के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
पपीते के पत्तों का जूस नहीं पीते तो जरूर पिएं, बचे रहेंगे इन जानलेवा बीमारियों से
घर पर मौजूद कुछ प्राकृतिक चीजों से भी इसका इलाज संभव है। प्लेटलेट्स काउंट 20 हजार पहुंच जाए तो हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत होती है। जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, वो भी 30-40 हजार प्लेटलेट्स काउंट होने पर चाहें, तो हॉस्पिटल में इलाज करा सकते हैं। इसके लक्षण बहुत गंभीर नजर नहीं आते, तो आप इसे घर पर भी ज्यादा से ज्यादा लिक्विड का सेवन करके कंट्रोल में कर सकते हैं। नीचे दिए गए उपायों को आप अपना सकते हैं-
डेंगू बुखार में गिलोय और पपीते के पत्तों का यूं करें सेवन, जल्द मिलेगा आराम
1 बुखार से राहत पाने के लिए नारियल पानी खूब पिएं। इसमें मौजूद जरूरी पोषक तत्व जैसे मिनरल्स और एलेक्ट्रोलाइट्स शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है।
2 इसमें मेथी की पत्तियां उबालकर चाय बनाकर पिएं। ऐसा करने से शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और इसका वायरस दूर होता है।
3 पपीते के पत्ते भी काफी असरदार हैं। इसमें मौजूद पपेन शरीर के पाचन को सही रखता है। इसका जूस पीने से प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ते हैं।
डेंगू बुखार में असरदार हैं ये 4 घरेलू उपाय
4 तुलसी के पत्तों को गर्म पानी में उबाल लें और फिर इस पानी को पिएं। ऐसा करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। इसे दिन में चार बार पी सकते हैं।
5 तुलसी के पत्तों के साथ काली मिर्च को पानी में उबाल लें और पिएं। इससे इम्यून सस्टिम मजबूत होता है और यह एंटीबैक्टीरियल की तरह काम करता है।
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