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Tips to deal Depression: सभी लोगों को कभी ना कभी डर, अकेलापन और उदासी महसूस होती है। किसी चीज से जुड़ा नुकसान होने, किसी अपने की मृत्यु, किसी काम में पसंद के विपरीत परिणाम आना लोगों को निराशा होने लगती है। जिंदगी के छोटे-मोटे संघर्षों के कारण भी लोगों का आत्मविश्वास कम हो जाता है। लेकिन, जब कोई व्यक्ति हमेशा दुखी या उदास हो तो यह क्लिनिकल डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। इस तरह की मानसिक समस्याएं झेल रहे लोगों के लिए नॉर्मल जिंदगी जी पाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन, कई लोगों को यह समझ नहीं आता कि उन्हें डिप्रेशन से बचने के लिए मेडिकल हेल्प की जरूरत कब पड़ सकती है।
एक्सपर्ट्स अक्सर यही सलाह देते हैं कि जब भी किसी व्यक्ति को डिप्रेशन के लक्षण महसूस हों तो वह अपने फैमिली डॉक्टर से पहले बात करें। वे डिप्रेशन से जुड़ी जरूरी जांच और टेस्ट करेंगे और डिप्रेशन को मैनेज करने के लिए सलाह भी देंगे। जैसे ही महसूस हो कि आपकी मेंटल हेल्थ पहले जैसी नहीं रही वैसे ही गम्भीरता से इन विचारों को काबू करने के प्रयास करें।
जब कई महीनों या वर्षों तक डिप्रेशन का इलाज नहीं किया जाता तो इससे, तकलीफ, दर्द और आत्महत्या करने जैसे विचार भी आ सकते हैं। बता दें कि आंकड़ों के अनुसार, डिप्रेशन से पीड़ित 10 में से 1 व्यक्ति में सुसाइडल विचार आते हैं। ऐसे में डिप्रेशन के लक्षणों को पहचानना ही सबसे अच्छा तरीका है। यहां पढ़ें डिप्रेशन के गम्भीर लक्षणों के बारे में-
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