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गर्दन और कंधे में दर्द होना आम बात है। जो लोग वर्किंग होते हैं उन्हें अक्सर इस तरह की समस्याएं होती है। कोरोना वायरस के चलते लोग लगातार वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं जिसके चलते सही पोजीशन में न बैठने और 9 के बजाय 12 घंटे तक काम करने से गर्दन में दर्द होना आम बात हो गई है। अगर आप भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं और इससे बचने के लिए कोई प्राकृतिक तरीका खोज रहे हैं तो आपको एक्यूप्रेशर तकनीक को अपनाना चाहिए। इससे न सिर्फ आपको तुरंत आराम मिलेगा साथ ही कोई साइड इफेक्ट भी नहीं दिखेगा।
एक्यूप्रेशर में अंगूठे और उंगलियों के जरिए पॉइंट्स को दबाया जाता है. कई बार लोग पॉइंट की पहचान करके अपने आप इसे आजम सकते हैं। इस चिकित्सा के लिए आपको हर पॉइंट को दो से लेकर तीन मिनट तक दबाना होगा या फिर मसाज करना होगा। वैसे तो हल्का-फुल्का असर इन पॉइंट्स को 3-4 बार ढंग से दबाने पर ही दिखने लगता है।
जब भी आपके गर्दन, कंधे या कमर में दर्द हो तो आप एक्यूप्रेशर प्वॉइंट को दबाकर रिलेक्स हो सकते हैं। इसके लिए अपको गले के जिस पिछले भाग पर माला पहनी जाती है, वहां आपको अपने अंगूठे के आगे वाले भाग से प्रेशर डालना है। ये बिंदु दर्द के साथ सर्वाइकल दूर करते हैं। यदि आपको दर्द ज्यादा है तो इस तकनीक को दिन में दो बार 30 सेकंड के अंतराल में करें। आपको इस तरीके से नेचुरली आराम मिलेगा और कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा।
वहीं आपको बता दें कि एक्यूप्रेशर की कई विधाएं प्रचलित हैं. भारत में ज्यादा प्रयोग में लाई जाने वाली पद्धतियां हैं- 1. चाइनीज एक्यूप्रेशर, 2. आयुर्वेदिक एक्यूप्रेशर, 3. सूजोक, 4. इंडियन एक्युप्रेशर।
वहीं आपको बता दें कि एक्यूप्रेशर की कई विधाएं प्रचलित हैं। भारत में ज्यादा प्रयोग में लाई जाने वाली पद्धतियां हैं- 1. चाइनीज एक्यूप्रेशर, 2. आयुर्वेदिक एक्यूप्रेशर, 3. सूजोक, 4. इंडियन एक्युप्रेशर।