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कोरोना महामारी के दौर में युवा पीढ़ी हो रही है मानसिक रोगों का शिकार, नजर आ रहे हैं ये 15 लक्षण

कोरोना महामारी के दौर में युवा पीढ़ी हो रही है मानसिक रोगों का शिकार, नजर आ रहे हैं ये 15 लक्षण

एमपावर द सेंटर (कोलकाता) की मनोचिकित्सक और प्रमुख डॉ. प्रीति पारख बता रही हैं किस तरह से कोरोना महामारी में युवा पीढ़ी मानसिक सेहत से संबंधित समस्याओं से परेशान है और उनमें इसके क्या-क्या लक्षण नजर आ रहे हैं...

Written by Anshumala |Updated : December 20, 2021 6:30 PM IST

Covid-19 and Youth Mental Health: पूरी दुनिया में कोरोना महामारी (Corona pandemic) ने युवाओं पर काफी बड़ा प्रभाव डाला है। महामारी से पहले, युवा कॉलेज और कैफे में अपने दोस्तों के साथ वक्त बिताते थे और भविष्य की चिंता किए बिना मौज-मस्ती करते थे, पर इस महामारी ने सबकुछ बदल दिया। अचानक ही युवाओं को महीनों तक घरों में कैद होने के लिए मजबूर होना पड़ा, वह भी बिना किसी मनोरंजक गतिविधियों के। दसवीं और बारहवीं जैसे महत्वपूर्ण क्लासेस को परीक्षाओं की अनिश्चिताओं से गुजरना पड़ा और उनका करियर प्रभावित हुआ। हालांकि, धीरे-धीरे सामान्य होने की तरफ बढ़ते कदम भी परेशानियों से रहित नहीं हैं। एमपावर द सेंटर (कोलकाता) की मनोचिकित्सक और प्रमुख डॉ. प्रीति पारख बता रही हैं किस तरह से कोरोना महामारी में युवा पीढ़ी मानसिक सेहत से संबंधित समस्याओं से परेशान है और उनमें इसके क्या-क्या लक्षण नजर आते हैं...

युवाओं में बढ़ रही है एंग्‍जाइटी और डिप्रेशन की समस्या

इन युवाओं को अब बदली हुई दुनिया के साथ तालमेल बिठाना पड़ रहा है। चाहे हायर कोर्सेज में एडमिशन की बात हो, प्रतियोगी परीक्षाएं हों या फिर नौकरी के अवसर हों, महामारी से कोई भी चीज अछूती नहीं रह गई है। जो लोग इससे सामंजस्य नहीं बिठा पा रहे हैं, उनमें एंग्‍जाइटी और डिप्रेशन की समस्या बढ़ रही है। जिन्हें पहले से ही मानसिक समस्याएं हैं, वे महामारी के कारण आर्थिक प्रभाव की वजह से इलाज करवाने की स्थिति में नहीं हैं। कई युवाओं को लंबे समय तक अकेला रहने की वजह से लोगों से मिलने-जुलने में घबराहट और असहजता महसूस होती है। कुछ युवाओं को अपने गैजेट के साथ वक्त बिताने की आदत हो गई है, इसलिए आमने-सामने बातचीत करना उन्हें अजीब लगता है। पेरेंट्स की तरफ से गैजेट पर अत्यधिक समय बिताने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। परिवार के सदस्यों और टीचर्स के लिए यह जरूरी है कि वे समय रहते मानसिक सेहत से जुड़े मामलों की पहचान करें, ताकि समय पर उनका इलाज किया जा सके। मानसिक सेहत से संबंधित नजर आने वाले कुछ आम लक्षण और संकेत (symptoms and signs related to mental health) इस प्रकार हैं:

युवाओं में नजर आने वाले मानसिक सेहत से संबंधित आम लक्षण

  • बहुत ज्यादा चिंता करना, घबराहट और बेचैनी महसूस करना।
  • दिल की धड़कनों का बढ़ जाना, सीने में अहसजता महसूस होना, पसीना आना और कई बार झटके भी महसूस हो सकते हैं।
  • अक्सर उदासी महसूस होना।
  • प्रेरणा का अभाव।
  • आलस महसूस करना।
  • चिड़चिड़ाहट और बार-बार रोना।
  • गुमसुम हो जाना और किसी चीज में मन ना लगना।
  • सोने के तरीकों में बदलाव।
  • खाने की आदतों में बदलाव।
  • जीवन की परेशानियों का सामना करने के लिए शराब या ड्रग्स का सहारा लेना।
  • हर समय नाकारा महसूस करना या अपराधबोध होना।
  • एकेडमिक्स में लगातार गिरावट आना।
  • बार-बार मौत या जीवन बोझ सा लगने के बारे में बात करना।
  • अपने अपीयरेंस और साफ-सफाई को नजरअंदाज करना।

प्रोफेशनल मदद जरूर लें

मानसिक बीमारी और आत्महत्या की फैमिली हिस्ट्री वाले युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के होने का खतराऔर भी अधिक होता है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जिन्हें अचानक अत्यधिक तनाव से गुजरना पड़ा हो। व्यवहार में बड़ा बदलाव देखे जाने के बाद, परिवार के सदस्यों को सतर्क रहने और जल्द से जल्द प्रोफेशनल मदद लेने की आवश्यकता है।

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