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भले ही आप एक स्वस्थ जीवनशैली फॉलो करते हों, अपने खानपान का ध्यान रखते हों, स्वस्थ भोजन करते हों, नियमित व्यायाम करते हों यहां तक कि 8 घंटे की नींद लेते हों, लेकिन अगर आप अपने दिमाग में जो चल रहा है उसे ठीक नहीं करते हैं, तो आपकी इन सभी कोशिशों के बावजूद आपकी बीमारी ठीक नहीं हो सकती है। इसलिए हमेशा अपने मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) को प्राथमिकता देना जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य में हमारा भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण शामिल है। हम क्या और कैसे सोचते हैं, महसूस करते हैं और कैसे जीवन का सामना करते हैं, हमारा मस्तिष्क इन सभी को प्रभावित करता है। साथ ही यह निर्धारित करने में भी मदद करता है कि हम तनाव को कैसे मैनेज करते हैं। बचपन और किशोरावस्था से लेकर वयस्कता और उम्र बढ़ने तक, जीवन के हर चरण में मानसिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर दीक्षा भावसार (Dr Dixa Bhavsar) बताती हैं, कि जब भी कोई व्यक्ति डॉक्टर के पास परामर्श के लिए जाता है चाहे वजन घटाने के लिए हो, पीसीओडी, बांझपन या गठिया हो, या फिर अनिद्रा या बालों के झड़ने संबंधी कोई रोग हो, सभी में व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य उनकी बीमारी को ठीक करने में भी भूमिका निभाता है। इस लेख में हम आपके साथ डॉक्टर दीक्षा के सुझाए 5 टिप्स शेयर कर रहे हैं, जो आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद में करेंगे।
चलते-चलते अपने मेल में झांकना, खाना खाते हुए फोन पर बात करना या टीवी देखना, कंप्यूटर पर काम करना और कोई फोन आने पर उसी दौरान बातें भी करना आपके मानसिक स्वास्थ्य पर टोल ले सकता है। ऐसे में चीजों को सोच समझकर करना शुरू करें। खाते समय खाएं और काम करते समय काम करें। भोजन करते समय काम के बारे में न सोचें और न ही अन्य चीजों के तनाव के बारे में सोचें। री एक समय में एक ही काम करें, उसके पूरा होने के बाद ही दूसराय काम शुरू करें। यह चीजों को आसान बना देगा।
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आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्राणायाम का अभ्यास बेहद लाभकारी साबित हो सकता हैं। इस अभ्यास के दौरान सचेत, धीमी और गहरी सांस लेने से आप केवल 5 सेकंड में आराम का अनुभव कर सकते हैं। जब आप चिंतित महसूस करते हैं तो उस समय बस 5 गहरी सांसें लें और देखें कि आप कैसा महसूस करते हैं।
कैफीन के अधिक सेवन से बचें क्योंकि यह कोर्टिसोल स्पाइक का कारण बनता है जिससे आप अधिक चिंतित महसूस कर सकते हैं। इसके बजाए ब्राह्मी, कैमोमाइल, गुलाब, हिबिस्कस, लेमन बाम, पुदीना, सौंफ, गुलाब, आदि जैसी हर्बल चाय पिएं।
नियमित धूप में बैठना, प्रकृति में बाहर निकलना और कुछ हवा लेना कई तरह से आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। साथ ही धूप से विटामिन-डी मिलता है, जो आपकी जैविक घड़ी (Biological Clock) को सर्कैडियन रिदम के साथ सिंक्रोनाइज़ करके आपके स्वास्थ्य के लिए चमत्कार कर सकता है।
सुनिश्चित करें कि आप सुबह उठने के 1 घंटे बाद और सोने से 1 घंटे पहले सभी गैजेट्स से दूर रहें। रात 10 बजे से पहले सोने की कोशिश करें। रोजाना एक ही समय पर सोएं, इससे आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार होगा जो मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में बहुत मदद करता है।