सनबर्न से त्वचा की खूबसूरती खो तो नहीं गई, यूं करें देखभाल
सुबह 10 बजे से लेकर शाम छह बजे के बीच धूप में निकलने से बचने की कोशिश करें।
Written by Anshumala|Published : May 18, 2018 3:51 PM IST
गर्मियों में तेज धूप में रहने से त्वचा पर सनबर्न और टैनिंग हो जाती है। ऐसे में इससे बचने के लिए त्वचा की खास देखभाल करनी चाहिए। डॉक्टर इंस्टा के एमडी (त्वचारोग विशेषज्ञ) पुनीत मदान और सौंदर्य विशेषज्ञ आकृति कोचर ने सनबर्न से त्वचा को सुरक्षित रखने के संबंध में ये सुझाव दिए हैं :
सुबह 10 बजे से लेकर शाम छह बजे के बीच धूप में निकलने से बचने की कोशिश करें, क्योंकि इस दौरान तेज धूप होती है, अगर संभव हो तो इस दौरान किसी गतिविधि से बचने की कोशिश करें, लेकिन अगर जरूरी काम है तो जितना संभव हो सके छाए में रहे या छतरी लेकर निकलें।
हमेशा सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। इसे लगाए बिना घर से बाहर नहीं निकलें। बाहर निकलने से कम से कम 15 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाएं और हर दो-तीन घंटे पर इसे लगाने की कोशिश करें। त्वचा के अनुसार सन प्रोटेक्शन फैक्टर (एसपीएफ) 15 या इससे ज्यादा एसपीएफ वाला सनस्क्रीन लगाएं।
असमान में बादल छाए रहने पर भी सनस्क्रीन लगाना नहीं भूले, क्योंकि सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणें बादलों के पार से भी आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं और सनबर्न दे सकती हैं।
होठों, कानों, स्कैल्प और पैरों को नजरअंदाज न करें। शरीर के इन अंगों की देखभाल को आमतौर पर हम अनदेखा कर देते हैं। आजकल एसपीएफ युक्त लिप बाम आ रहे हैं, जिनका आप इस्तेमाल कर सकती हैं। पैरों को जूते या मोजे से ढककर रखें, जबकि सिर और कानों को आप स्कार्फ से ढक सकती हैं। अपने पैरों और कानों पर भी सनस्क्रीन लगाना नहीं भूलें।
समुद्र तट या बीच पर मौजूद होने पर या पानी में होने पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं क्योंकि पानी में होने पर तेज धूप के संपर्क में आकर सनबर्न होने की संभावना बढ़ जाती है।
गमियों में बाहर से घर आने के बाद सन बर्न से बचने के लिए कूलिंग लोशन या नारियल तेल सन बर्न वाले हिस्से पर लगाएं। सनबर्न वाले हिस्से पर एलोवेरा लगाना भी लाभकारी होता है। यह टैन हटाने और स्ट्रेच मार्क कम करने में भी मददगार साबित होता है।
विटामिन युक्त आहार का सेवन करें। विटामिन डी युक्त आहार जैसे फर्मेटेड कॉड लीवर ऑयल शरीर में विटामिन डी की आपूर्ति को संतुलित रखते हैं और सनबर्न के खिलाफ मजबूत प्रतिरोधक क्षमता विकसित करते हैं।