हेल्दी और सुंदर स्किन के लिए शहनाज़ हुसैन देती हैं एलो वेरा लगाने की सलाह !
ऐलोवेरा के प्रयोग से त्वचा पर उम्र के प्रभाव केा कम करने में मदद मिलती है।
Written by Sadhna Tiwari|Updated : September 11, 2019 11:09 AM IST
ऐलोवेरा एक ऐसी औषधि है जो अपने स्वास्थ्यप्रद गुणों के लिए जानी जाती है तथा यह आयुर्वेद में काफी महत्व रखती है। गर्मी और उमस भरे मौसम में ऐलो वेरा द्वारा त्वचा तथा बालों की देखभाल काफी लाभदायक मानी जाती है। ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज़ हुसैन भी एलो वेरा को एक अच्छा ब्यूटी इंग्रिडिएंट मानती हैं, जो कई तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है।
ऐलोवेरा के पौधे में नमी रोकने की भरपूर क्षमता होती है। यह एक बेहतरीन और नैचुरल मॉइस्चराइजर माना जाता है और त्वचा में नमी को बनाए रखने का काम करता है। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को मुलायम बनाता है तथा उन्हें हटानें में मदद करता है जिससे त्वचा कोमल तथा चमकदार बनती है।
ऐलोवेरा त्वचा में आर्द्रता की क्षमता को बनाए रखने में मदद करता है। जिससे त्वचा सामान्य रूप से कार्य करती है। ऐलोवेरा एस्ट्रिएंट जैसा काम करता है और त्वचा को जवान बनाएं रखता है, जिससे समय से पूर्व झूर्रियां नहीं आती तथा बुढ़ापे को रोकने में मददगार साबित होता है। यह अपनी शीतलता गुणों की वजह से यह सूर्य की गर्मी से प्रभावित त्वचा को सामान्य बनाने में प्रभावशाली परिणाम दिखाता है।
ऐलोवेरा में एंटी ऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जोनकि त्वचा की कोशिकाओं के नवीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करती है। ऐलोवेरा के उत्पादो के लगातार प्रयोग से त्वचा पर उम्र के प्रभाव केा कम करने में मदद मिलती है तथा झुर्रियों आदि को रोकने में प्रभावी होते है।
ऐलोवेरा को घरेलू उपचार के तौर पर भी प्रयोग किया जा सकता है ऐलोवेरा जैल या जूस को त्वचा पर सीधा अप्लाई किया जा सकता है। पौधे से निकाला गया जैल पत्तियों के अन्दरूनी हिस्सों में पाई जाती है। पत्तियों के बाहरी भाग के नीचे से ऐलो जूस निकाला जाता है। ऐलोवेरा को घरेलू उपचार के तोर पर प्रयोग करने में पहले पोैधे को पूरी तरह धो लेना चाहिए तथा पूरी स्वच्छता का ध्यान देना चाहिए।
ऐलोवेरा जूस या जैल को प्रतिदिन चेहरे पर 20 मिनट तक लगाकर साफ ताजे पानी से धो डालना चाहिए। यह त्वचा को मुलायम तथा आर्द्रता बनाए रखने में मदद करता है। यदि इसका नियमित रूप से सेवन किया जाए तो यह त्वचा के यौवन को बरकरार रखने में मददगार साबित होता है।
ऐलोवेरा सर्दियों में विशेष रूप से लाभदायक साबित होता है क्योंकि यह त्वचा के रूखेपन को दूर करके त्वचा को मुलायम संरचना को बरकरार रखता है। यह सूर्य की गर्मी से प्रभावित त्वचा को शंात करने में भी मदद प्रदान करता है। यह त्वचा को तैलीय बनाए बगैर त्वचा में नमी को बनाए रखने में मदद प्रदान करता है।
ऐलोवेरा का जूस सूजी हुई नसों के उपचार में भी मददगार साबित होता है। जूस को प्रभावित क्षेत्रा में सीधे लगाइए। यह त्वचा में धाव, संक्रमण आदि के उपचार में प्रभावी साबित होता है तथा त्वचा को कोमल तथा मुलायम बनाता है। ताजे ऐलोवेरा जैल के प्रयोग से त्वचा के बाहरी हिस्से के उपचार में मदद मिलती है तथा ऐलो वेरा पौधे में विद्यमान पौषक मिनरल जिक एंटी इनफलेमेटरी का कार्य करता है तथा त्वचा में सूजन को रोकता है।
ऐलोवेरा को फेसमास्क में भी उपयोग में लाया जा सकता है। एक चमच जेई या मुल्तानी मिट्टी, एक चम्मच संतरे की छाल का पाऊडर, दही तथा एक चम्मच ऐलोवेरा जैल मिलाकर इस मिश्रण को त्वचा पर 30 मिनट तक लगाकर त्वचा को धो डाले।
*लेखिका अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर ब्यूटी एक्सपर्ट हैं और हर्बल क्वीन के नाम से मशहूर है।
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