मेलेनिन (Melanin) शरीर में एक प्रकार का पिग्मेंट है जो कि त्वचा को एक समान रंगत देता है। ये पिग्मेंट टाइरोसीन (Tyrosine) नाम के एक एमीनो एसिड से बनता है जो कि एक प्रकार प्रोटीन है। लेकिन कई बार बढ़ते प्रदूषण, धूप और शरीर की कुछ स्थितियों जैसे ओवर एक्टिव इम्यून सिस्टन और प्रग्नेंसी के कारण मेलेनिन की कमी होने लगती है और इसके लक्षण आपके चेहरे पर नजर आने लगते हैं। ऐसे में मेलेनिन की कमी (melanin deficiency in skin) आपके चेहरे की रंगत और खूबसूरती को नुकसान पहुंचाती है और कई बार इसकी वजह से आपकी स्किन भद्दी नजर आने लगती है। तो, ऐसे में जरूरी है कि आप मेलेनिन की कमी के लक्षणों के बारे में जानें और कभी आपके चेहरे बढ़ते हुए धब्बे या पैचेस नजर आए तो, इसे नजरअंदाज ना करें।
मेलेनिन की कमी के कारण कुछ लोगों में कम उम्र में तेजी से बाल सफेद होने लगते हैं। ये बाल दूसरे सफेद बालों से अलग होते हैं। ये ऐसा हो सकता है कि किसी एक तरफ के बाल अचानक से पूरा सफेद हो जाए। जबकि, जब नॉर्मल तरीके से बाल सफेद होते हैं तो, तो बाल सफेद होने के साथ काले और ब्राउन भी होते हैं। ऐसे में अचानक से बालों का तेजी से पूरा सफेद हो जाना मेलेनिन की कमी का लक्षण हो सकता है।
अगर आपके गाल पर पैचेस जैसे नजर आते हैं जैसे कि कहीं लाल तो कहीं हल्का रेडनेस तो, समझें कि ये मेलनिन की कमी है। दरअसल, मेलिनिन एक पिग्मेंट है इसलिए इसकी कमी होने पर चेहरे बदरंग होने लगता है। इसे कई लोग ड्राक पैचेस के रूप में भी देखते हैं।
मेलेनिन की कमी से शरीर पर सफेद धब्बेभी पड़ने लगते हैं। इसे कई बार विटिलिगो के रूप में भी देखा जाता है। इसमें शरीर के सफेद धब्बे बढ़ने लगते हैं और रोशनी के संपर्क में आ कर ये और प्रभावित होने लगता है। ऐसे में इसे नजरअंदाज करना आप पर भारी पड़ सकता है। इसलिए इसे देखते ही अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
शरीर के कुछ हिस्से जैसे कि कोहनी, घुटने, पैर, हाथ के पीछे, आंख और मुंह के आस-पास की स्किन में ज्यादा ड्राईनेस होना भी मेलेनिन की कमी के लक्षण हो सकते हैं। ध्यान देने वाली बात ये है कि इसमें आपको खुजली नहीं होगी और नाही आपको कोई जलन महसूस होगा। बस आपको त्वचा बहुत ज्यादा रूखी नजर आएगी।
होंठों पर हल्के धब्बे मेलेनिन की कमी के लक्षण हो सकते हैं। जी हां, ये हर किसी को नजर नहीं आता पर आप इसे देख सकते हैं। ऐसे में ध्यान से होंठों को देखने कर और इसके रंगत में बदलाव पा कर, इसे पहचाना जा सकता है। साथ ही आप पा सकते हैं कि मेलेनिन की कमी वाले लोगों के होंठों का रंग दूसरों की तुलना में बहुत हल्का या अजीब सा लगता है, जैसे कि होठों का रंग उड़ गया हो।
विटामिन सी से भरपूर फूड्स का सेवन करें
विटामिन ई और विटामिन डी लें
आयरन, बीटाकैरोटिन और कॉपर से भरपूर चीजों का सेवन करें।
प्रेग्नेंसी में ऐसा होने पर डॉक्टर से संपर्क करें और इसकी कमी से बचें।
तो, इस तरह आप अपनी स्किन को मेलेनिन की कमी से बचा सकते हैं। हालांकि प्रेग्नेंसी और कुछ गंभीर स्थितियों में आपको अपने डॉक्टर की मदद लेनी पड़ सकती है। ऐसे में लक्षणों के दिखते ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें और इसे नजरअंदाज ना करें।
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