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Uric Acid Treatment In Ayurveda: इस एक आयुर्वेदिक औषधि से ठीक हो जाती है यूरिक एसिड की समस्या, जानिए Uric Acid के उपचार की पूरी विधि

Uric Acid Treatment In Ayurveda: इस एक आयुर्वेदिक औषधि से ठीक हो जाती है यूरिक एसिड की समस्या, जानिए Uric Acid के उपचार की पूरी विधि

यूरिक एसिड बढ़ने पर शरीर में तमाम तरह की समस्या होने लगती है। जोड़ों में दर्द शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने का प्रमुख कारण होता है। इस लेख में हम आपको डॉ. दीक्षा से प्राप्त जानकारी के माध्यम से यूरिक एसिड के प्रबंधन के लिए आयुर्वेदिक उपचार के बारे में बता रहे हैं।

Written by Atul Modi |Published : September 17, 2021 7:30 PM IST

यूरिक एसिड (Uric Acid) के उच्च स्तर को हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) के रूप में जाना जाता है। इससे गाउट (Gout) नामक बीमारी हो सकती है जो जोड़ों में दर्द का कारण बनती है। आपका शरीर यूरिक एसिड पैदा करता है जब यह प्यूरीन को तोड़ता है, वे पदार्थ जो आपके शरीर में स्वाभाविक रूप से पाए जाते हैं। कुछ खाद्य पदार्थों में प्यूरीन भी पाए जाते हैं, जिनमें कुछ मांस जैसे रेड मीट और ऑर्गन मीट, सार्डिन (Sardines), सूखे बीन्स और बीयर आदि शामिल हैं।

जब आपके रक्त में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ता है तो इससे रक्त में यूरेट क्रिस्टल (Urate Crystals) जमा हो जाते हैं। यह आपके रक्त और मूत्र को भी अम्लीय बना सकता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. दीक्षा भावसार (Dr. Dixa Bhavsar) बताती हैं कि, इन दिनों यूरिक एसिड का उच्च स्तर होना या गाउट एक बेहद आम समस्या बन गई है। वर्तमान समय में काफी संख्या में लोग इससे जूझ रहे हैं। लोग इसके लिए हर दिन गोलियां खाते हैं (जैसे बीपी और डायबिटीज के लिए)। अगर आप या आपके परिवार में कोई इस समस्या से जूझ रहा है तो चिंता की कोई बात नहीं है। क्योंकि डॉ. दीक्षा की मानें तो जीवनशैली में कुछ बदलाव के साथ इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है और आपको जीवनभर दवाओं पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है।

यूरिक एसिड के बढ़ने के कारण

  1. धीमा मेटाबॉलिज्‍म (अस्वस्थ आंत)
  2. गतिहीन जीवन (शारीरिक गतिविधि की कमी)
  3. प्रोटीन का सेवन अधिक और वसा का सेवन कम करना
  4. रात में अधिक खाना या भारी भोजन करना
  5. आपके सोने और खाने के समय में कोई नियमितता नहीं होना
  6. पर्याप्त पानी नहीं पीना
  7. किडनी का ठीक से काम न करना (बुजुर्ग रोगियों में)
  8. अत्यधिक मांसाहारी भोजन करना

यूरिक एसिड लेवल का प्रबंधन कैसे करें

डॉ. दीक्षा भावसर के अनुसार, जीवन शैली में बदलाव के साथ यूरिक एसिड लेवल को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसे में आपको जीवनशैली में कुछ आदतों को शामिल करने की जरूरत है जिनमें शामिल है:

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    • रोजाना कम से कम 30 से 45 मिनट एक्सरसाइज करें
    • पर्याप्त पानी पिएं
    • डिनर में दाल / बीन्स और गेहूं का सेवन न करें (फिलहाल)
    • रात को जल्दी (8 बजे से पहले) खाना खाने की कोशिश करें और हल्का भोजन करें।
    • खट्टे फल जैसे आंवला, जामुन आदि का सेवन करें।
    • मेटाबॉलिज्‍म पर काम करें
    • अपने तनाव को प्रबंधित करें (तनाव चयापचय को धीमा करता है)
    • हर रात अच्छी नींद लें (बेहतर नींद आपके पाचन और आत्मसात को बेहतर बनाने में मदद करती है)

यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां

गुडूची (Guduchi) जिसे हम गिलोय के नाम से जानते हैं गाउट या हाई यूरिक एसिड के लिए अद्भुत और सर्वोत्तम आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है।

गिलोय का उपयोग कैसे करें: अगर आपके घर में गिलोय का पौधा है तो आप इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं। इसकी ताजी पत्तियों और तने को रात भर भिगो दें और सुबह 1 गिलास पानी में पीसकर आधा होने तक उबालें, उसके बाद इसे छानकर पी लें। आप इस अन्य रूपों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे जूस, पाउडर, टैबलेट।

डॉ. दीक्षा के अनुसार, यूरिक एसिड के स्तर के लिए अन्य आयुर्वेदिक दवाएं भी हैं जैसे कि कैशोर गुग्गुलु (Kaishore Guggulu), पुनर्नवा (Punarnava), यहां तक ​​कि आंवला और एलोवेरा का भी उपयोग किया जा सकता है। लेकिन खुद से दवाई या जड़ी बूटियों का इस्तेमाल न करें, ऐसा करना आपको परेशानी में डाल सकता है। इसलिए पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श कर और उसके बाद ही उनका उपयोग करें। क्योंकि वे आपकी स्थिति के अनुसार बेहतर उपचार प्रदान कर सकते हैं।