युवाओं में आजकल बालों का झड़ना एक सामान्य सी बात हो चली है। बालों का झड़ना कम करने के लिए लोग तरह-तरह के प्रयास करते हैं लेकिन रिजल्ट कुछ नहीं मिलता है। बालों के झड़ने के कई कारण हो सकते हैं। खराब खानपान, एक्सरसाइज ना करना, देर रात तक जागना, ज्यादा स्ट्रेस लेना और कुछ मेडिकल कंडीशन में बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है। लेकिन आयुर्वेद में तमाम ऐसी जड़ी बूटियां हैं जिनकी मदद से बालों का झड़ना रोका जा सकता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीक्षा भावसारने बालों का झड़ना रोकने के लिए अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से एक आयुर्वेदिक चाय (Ayurvedic Tea For Hair Loss) के बारे में बताया है। उनका दावा है कि चाहे जिस पैमाने पर बाल झड़ रहे हो उन सभी में ये आयुर्वेदिक चाय बेहद फायदेमंद है।
रोज की जाने वाली दूध वाली चाय आप को नुकसान पहुंचा सकती है, लेकिन हर्बल चाय आपको ढेर सारे फायदे दे सकते हैं। हर्बल चाय स्वाद के साथ सेहत भी प्रदान करती है। बालों का झड़ना रोकने के लिए डॉ दीक्षा भावसार ने जिस हर्बल चाय को पीने की सलाह दी है उसे बनाना बहुत आसान है और आप घर में आसानी से बना सकते हैं।
इस आयुर्वेदिक चाय को बनाने के लिए पत्तों के मिश्रण को पानी में 5 मिनट तक उबालने में और उसके बाद छानकर सिप करके पिएं। आप इस चाय को सामान्य चाय से रिप्लेस कर सकते हैं। क्योंकि दूध वाली चाय आपके बालों के झड़ने की समस्या को और ज्यादा बढ़ा सकती है।
मोरिंगा प्रकृति में गर्म है और कफ और वात को संतुलित करता है। मोरिंगा के पत्ते आयरन, बी विटामिन, फोलेट, कैल्शियम, विटामिन ए और जिंक से भरपूर होते हैं जो बालों के विकास और पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
गुड़हल (हिबिस्कस) प्रकृति में ठंडा होता है और कफ और पित्त को संतुलित करता है। इसे आयुर्वेद में केश्य माना जाता है जिसका अर्थ है कि यह बालों की गुणवत्ता में सुधार करता है। यह विटामिन सी, फ्लेवोनोइड्स, अमीनो एसिड, म्यूसिलेज फाइबर, नमी सामग्री और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। हिबिस्कस आपके बालों को पोषण देता है।
करी पत्ते ठंडे और प्रकृति में हल्के होते हैं। वे बालों के झड़ने को कम करने में मदद करते हैं, सफेद बालों को रोकते हैं और बालों के विकास में सुधार करते हैं। यह इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद करता है और यहां तक कि हार्मोन को भी संतुलित करता है। करी पत्ते एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो स्कैल्प को मॉइस्चराइज़ करने में मदद करते हैं और मृत बालों के रोम को हटाते हैं।
यह एक त्रिदोषिक फूल या जड़ी बूटी है जिसका उपयोग पित्त को शांत करने और संतुलित करने के लिए किया जाता है। यह हल्का कसैला है और अतिरिक्त तेल और रूसी को कम करने में मदद करता है। यह एंटी-इंफ्लामेट्री भी है इसलिए सोरायसिस और एक्जिमा के कारण बालों के झड़ने की स्थिति में फायदेमंद है।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई समस्त जानकारी आपकी जागरूकता के लिए है। अगर आप इन युक्तियों को प्रयोग में लाना चाहते हैं तो पहले अपने विशेषज्ञ/चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।)
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