हृदय रोग की समस्या से बचना चाहते हैं तो आपको आयुर्वेद का सहारा लेकर भी देखना चाहिए। आयुर्वेद को अपने जीवन में शामिल करना मतलब हर्बल तरीकों को अपनाना। इस विधा में वात पित्त और कफ के इलाज को सरलता से किया जाता है। हृदय शरीर का एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण अंग है। हमारा दिल एक मिनट में 60-90 बार धड़कता है। यह हर धड़कन के साथ शरीर में रक्त को धकेलता रहता है। हृदय को पोषण एवं ऑक्सीजन रक्त के द्वारा मिलता है जो कोरोनरी धमनियों द्वारा प्रदान किया जाता है। आजकल हृदय रोग के मरीज भी आयुर्वेद के उपायों